रिपोर्ट रमेश पटेल
स्वतंत्र पत्रकार विजन
लखनऊ। सीएम योगी ने स्कूलों की शिक्षा के स्तर को बढ़ाने और हर स्कूल को अभ्युदय कंपोजिट स्कूल के तौर पर विकसित करने के लिए बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक की. इसमें शिक्षा से जुड़ी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और भावी कार्ययोजनाओं के बारे में जानकारी ली, इस दौरान सीएम ने निर्देश दिया है कि डिजिटल प्रशिक्षण के बढ़ावा देने के लिए 2.36 लाख शिक्षकों को टैबलेट उपलब्ध कराया जाए। सीएम योगी ने निर्देश दिया कि प्रदेश में डिजिटल लर्निंग को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए इसके लिए प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के लिए संसाधनों की जरुरत होगी. उन्होंने कहा कि ऐसे में प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के 2.36 लाख शिक्षकों को टैबलेट उपलब्ध कराया जाए. शिक्षकों को टैबलेट देने का काम आगामी सितंबर महीने तक पूरा हो जाना चाहिए. इसके साथ ही इनका कैसे इस्तेमाल होना और डिजिटल लर्निंग को कैसे बढ़ावा मिलेगा, इसके लिए शिक्षकों की ट्रेनिंग भी कराई जाए। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए सीएम दफ्तर की ओर से जारी बयान के मुताबिक पिछले 6 सालों में प्रदेश में बेसिक तथा माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 1.64 लाख+ शिक्षकों की भर्ती की गई है. परिषदीय विद्यालयों के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए ₹11 हजार करोड़ खर्च किए गए है. बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या 1.34 करोड़ से बढ़कर 1.91 करोड़+ हो गई है। परिषदीय विद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के पहले चरण में किए गए प्रयासों में आशातीत सफलता मिली है. सीएम योगी ने कहा कि अब हमें इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ शैक्षिक गुणवत्ता, पठन-पाठन का माहौल, तकनीकी दक्षता, डिजिटल लर्निंग, वोकेशनल शिक्षा की ओर बढ़ना होगा. हर विद्यालय में साफ-सफाई व शौचालय की समुचित व्यवस्था हो. कहीं भी शिक्षकों का अभाव न हो. शिक्षक-छात्र का अनुपात मानक के अनुरूप हों विद्यालयों में कक्षाओं की संख्या बढ़ाई जाए।