स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव
गाजीपुर। जिले के छात्रों द्वारा लंबे समय से विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग को सुबह के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजीपुर में बनने की स्वीकृति दे दी है। यह मांग वर्षों से अनसुनी रह गई थी, जबकि जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन परिणाम दिए हैं. यह समय की जरूरत है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस दिशा में कदम उठाया और गाजीपुर के छात्रों के सपनों को पूरा करने के लिए यहां एक विश्वविद्यालय की स्वीकृति दी है. जिसको लेकर 31 दिसंबर 2024 दिन मंगलवार को खुशी जाहिर करते हुए उत्सव मनाया गया। छात्र संघ के नेता भोला शर्मा ने कहा कि सन 2014 से हम लोग विश्वविद्यालय की मांग कर रहे थे। खून से लिखकर पत्र के माध्यम से योगी आदित्यनाथ को भेजा गया था।
आज गाजीपुर में विश्वविद्यालय को लेकर सुबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा स्वीकृति मिल गई है। गाजीपुर जिला जोकि शिक्षा के क्षेत्र में अपनी मजबूत पहचान बन चुका है हाल ही में जारी सामाजिक प्रगति सूचीकांक रिपोर्ट के अनुसार गाजीपुर ने उच्च शिक्षा में प्रवेश के मामले में 75.77 प्रतिशत का शानदार आंकड़ा हासिल कर प्रदेश में शीश स्थान प्राप्त किया है। यह आंकड़ा गाजीपुर के युवाओं की शिक्षा के प्रति गहरी रुचि और उनकी प्रगति की दिशा में बढ़ते कदमों को दर्शाता है। शानदार प्रगति के बावजूद गाजीपुर के छात्रों के सामने एक बड़ी जो चुनौती रहा वह था विश्वविद्यालय का अभाव जो सुबह के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकार में पूरा होता दिख रहा है। जिसको लेकर के छात्रों ने बोला शर्मा को माल्यार्पण कर स्वागत किया से स्वागत किया
शिवजी, अंजनी ,रमेश यादव, प्रवीण तिवारी ,दीपक तिवारी, प्रीतम शर्मा , दिनेश प्रजापति, मरवण प्रजापति ,उपेंद्र राम, विजयठाकुर, पवन सिंह भी उत्साव में शामिल रहे!