चेयरमैन विनय श्रीवास्तव ने कहा धन के अभाव में इलाज से वंचित नही होंगे जनपद वासी
न्यूरो सर्जरी विभाग द्वारा मरीज के परिजनों की स्थिति के बाद लिया निर्णय
स्वतंत्र पत्रकार विजन
संवाददाता
महराजगंज जनपद के केएमसी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजी विभाग द्वारा 23 दिसम्बर को टेम्पू हादसे मे गंभीर रूप से धायल 18 वर्षीय परमेश्वर का क्रैनियोटॉमी जिसमें खोपड़ी को खोल कर सर्जरी किया गया । जिसमें खोपड़ी का एक हिस्सा हटाकर मस्तिष्क तक पहुंचा जाता है और दर्दनाक सिर की चोट का इलाज किया जाता है । समान्य तौर पर इसमें 1.5 लाख से 2 लाख तक खर्चा आता है । सर्जरी के बाद मरीज के सभी समस्याओं का समाधान हो चुका है । इस तरह की सर्जरी के बाद सामान्यतः मरीज को रिकवर होने में कई सप्ताह से लेकर महीना तक का समय लगता है लेकिन डॉक्टर त्रिपुरारी पांडे की टीम द्वारा इस जटिल ऑपरेशन और उसके बाद मरीज की देखभाल सही तरीके से की गई जिससे कि मरीज जल्द ही रिकवर हो गया । मरीज की माली स्थिति को देखते हुए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने डॉक्टर त्रिपुरारी पांडे के सहयोग से बहुत कम खर्च मे इस ऑपरेशन को किया । परमेश्वर के पिता दिनेश बताते हैं कि मेरा बेटा तीन लोगों के साथ बाइक पर जा रहा था हादसे के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गया । सर पर गंभीर चोटें आई नाक और मुंह से भी खून निकलने लगा। बच्चा बेहोश था ऐसे में उसे केएमसी के आपातकालीन विभाग में लाया गया। जहां डॉक्टर ने बिना विलंब किए मरीज का इलाज और ऑपरेशन किया । जिससे कि आज मेरा बेटा स्वस्थ है । आसानी से चल फिर रहा है खुद ही खा पी रहा है । इस सर्जरी को करने वाले डॉ त्रिपुरारी पांडे ने बताया कि क्रैनियोटॉमी के दौरान बहुत सारे कॉम्प्लिकेशंस होते हैं और महाराजगंज जैसे क्षेत्र में ऐसी गंभीर समस्याओं का समाधान किया जाना अपने आप में एक बड़ी बात है। अक्सर देखा जाता है कि ऐसी समस्याओं में लोग महानगरों तक जाते हैं जिससे कि काफी देर होती है और मरीज के जान को खतरा होता है । परमेश्वर हमारे पास समय से आ पाया इसलिए उसका समुचित इलाज हो पाया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन और हमारे चेयरमैन सर के मानसा के अनुरूप किसी भी गरीब को धन के अभाव में इलाज से वंचित न रखा जाए इसके तहत डेढ़ लाख से 2 लाख तक के खर्चे वाला यह ऑपरेशन महज 40 हजार में किया गया । इसमे डॉ जावेद सहित सभी ड्यूटी डॉक्टर, ऑपरेशन थिएटर स्टाफ और नर्सिंग स्टाफ ने अहम भूमिका निभाई । इलाज के बाद मरीज के परिजन चेयरमैन विनय श्रीवास्तव सहित सभी चिकित्सकों एवं स्पोर्ट स्टाफ की काफी सराहना और धन्यवाद दे रहें है । 18 वर्षीय परमेश्वर की मां रो रो कर बताती है कि अगर डॉक्टर साहब और यह अस्पताल न होता शायद मेरा बच्चा ठीक नही हो पाता ।