रिपोर्टर मुकेश सिंह
स्वतंत्रता पत्रकार विजन
बलिया।शुक्रवार को जिस महिला को जिला अस्पताल के पास एक विक्षिप्त व्यक्ति दिखा और उसे वह अपना 10 वर्ष से लापता पति समझ अपने साथ घर ले गई वह नगरा थाना क्षेत्र के सिकरहटा गाँव निवासी राहुल राम निकला। जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट नगरा थाने में एक माह पहले की दर्ज है। जिसके परिजनों को बुलाकर पहचान कराई गई। पहचान करने के बाद परिजन उसे अपने साथ लेकर घर चले गए।
बता दे कि शुक्रवार को जिला अस्पताल के पास एक महिला ने एक विक्षिप्त पुरुष को 10 वर्ष से लापता पति बताकर अपने घर ले गई। वह काफी छानबीन के बाद नगरा थाना क्षेत्र के सिकरहटा गाँव का राहुल राम निकला। आपको बता दे कि यह मामला तब सामने आई आया जब कुछ सामाजिक लोग आर्थिक रूप से कमजोर महिला कप कुछ मदद करने पहुंचे, जहा देखा की सैकड़ों की संख्या में लोग वहा पहले से उपस्थित थे और तरह तरह की चर्चाएं कर रहे थे। उधर पूरे परिवार के चहेरे पर खुशी थी। कारण की खोया जो पति मिला था। इस दौरान अपने हाथों से खाना खिला जा रहा था, बूढ़ी मां पंखा हाक रही थी। पर एक बात को लेकर परिवार सहित गांव के लोग परेशान थे की 10 वर्ष पूर्व मोतीचंद वर्मा (लापता पति) के पेट पर एक ऑपरेशन हुआ था। जिसका निशान नहीं दिखा। मामला DNA टेस्ट करवाने तक होने लगा। अंततः विगत 2 घंटे की पूछताछ में यह पता चला की यह कोई राहुल राम है जो नगरा के सिकरहटा गांव के है और यही से चालू हुआ सही पता ढूंढने का सिलसिला। बड़ी मशक्कत कर असली घर का पता चल ही गया।
विक्षिप्त व्यक्ति को लेने आए चचेरे भाई ने बताया कि यह राहुल है जो एक महीने से लापता है। जिसकी सूचना नगरा थाना में भी दर्ज है। आखिरकार सात घंटे के लंबे संघर्ष के बाद इस केस का विराम हुआ और राहुल को उनके परिजन अपने घर ले गए।