*युवा विद्यार्थियों के पास कल्पना के पंख,ऊंचाईयों को छूने का हौसला व सपने साकार करने की ताकत है – डॉ. इरा श्रीवास्तव
*छात्रों में मानवीय संवेदना स्वदेश प्रेम, स्वावलंबन, सेवाभाव,सहकारिता और कर्तव्य बोध की भावना जागृत करते हैं ऐसे कार्यक्रम – एएसपी
विमल मिश्रा
स्वतंत्र पत्रकार विजन
लखीमपुर – खीरी।
युवराज दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय लखीमपुर में बुधवार को युवा संवाद-इण्डिया @2047 कार्यकम का आयोजन किया गया। कार्यकम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि नगर पालिका परिषद अध्यक्ष डॉ० इरा श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि नेपाल सिंह अपर पुलिस अधीक्षक, प्राचार्य प्रो. हेमन्त पाल व कार्यकम संयोजक प्रो. सुभाष चन्द्रा ने मां सरस्वती, स्वामी विवेकानंद तथा राजा युवराज दत्त सिंह जी के चित्र पर मार्त्यापण एवं द्वीप प्रज्जवलित कर किया। इसी क्रम में छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना व एन.एस.एस. लक्ष्य एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यकम संयोजक प्रो. सुभाष चन्द्रा ने इस अवसर पर युवा संवाद-इण्डिया @2047 कार्यकम की रूपरेखा प्रस्तुत की एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संकल्पना विकसित भारत @2047 से परिचित कराया। तत्पश्चात् युवा संवाद-इण्डिया@2047 के अन्तर्गत छात्र/छात्राओं की भाषण प्रतियोगिता आयोजित हुई जिसमें अमृतकाल के पंच प्रण पर एन.एस.एस. स्वयंसेवकों व छात्र/छात्राओं ने अपने विचार रखे, जिनका मूल्यांकन निर्णायक मण्डल द्वारा किया गया। जिसमें प्रथम स्थान पर अंशिका बाजपेई, द्वितीय स्थान पर लायबा अंसारी व साक्षी अवस्थी, तृतीय स्थान पर दिव्या सिन्हा व साक्षी देवी रहीं तथा तृप्ती व शिवांगी को सांत्वना पुरस्कार प्राप्त हुआ। कार्यकम में मुख्य अतिथि चेयरमैन डॉ. इरा श्रीवास्तव ने कहा कि वर्तमान में संवेदनशील एवं जिम्मेदारी नागरिक का निर्माण करना सर्वाधिक महत्वपूर्ण आवश्यकता है।युवा संवाद जैसे कार्यकम विद्यार्थियों में नागरिक दायित्वों के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण में अपना श्रेष्ठ देने की प्रेरणा देते हैं। युवा विद्यार्थियों के पास कल्पना के पंख, ऊंचाईयों को छूने का हौसला व सपने साकार करने की ताकत होती है। इसलिए सभी युवा विद्यार्थी विकसित भारत @2047 के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना श्रेष्ठ देने के लिए कदम बढ़ायें। विशिष्ट अतिथि नेपाल सिंह अपर पुलिस अधीक्षक ने अपने सम्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के अन्तर्गत युवा संवाद एवं अन्य कार्यकम विद्यार्थियों में मानवीय संवेदना, स्वदेश प्रेम, स्वावलम्बन, सेवा भाव, सहकारिता एवं कर्तव्य बोध की भावना जागृत करते हैं। अमृतकाल के पंच प्रण पर युवा विमर्श निश्चित ही विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में विद्यार्थियों को प्रेरित करेगा। कार्यकम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रो. हेमन्त कुमार पाल ने कहा कि किसी देश का भविष्य युवाओं के हौसले और उत्साह पर निर्भर करता है। जरूरत केवल सच्चे संकल्प की है। युवा विद्यार्थी पंच प्रण का संकल्प लेकर आगे बढ़े और विकासित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान दें। कार्यकम में प्रो. नीलम त्रिवेदी, प्रो. विशाल द्विवेदी तथा भगवान दीन आर्य कन्या महाविद्यालय की एन एस.एस. कार्यकम अधिकारी विनीता पटेल ने भी युवा प्रतिभागियों को विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित किया। युवा संवाद कार्यकम में युवराज दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय व भगवानदीन आर्यकन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय के 150 से अधिक छात्र/छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
कार्यकम में मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं प्राचार्य ने भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को बधाई दी और उनको स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र व पुस्तक देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर लंच कराया गया। भाषण प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल के सदस्य के रूप में प्रो. ज्योति पंत, डॉ. सौरभ वर्मा तथा डॉ. रचित कुमार ने सक्रिय भूमिका निभाई। अंत में कार्यकम संयोजक प्रो. सुभाष चन्द्रा ने सम्मानित अतिथियों व उपस्थित सभी के प्रति आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यकम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।