स्वयं शाही
स्वतंत्र पत्रकार विज़न
जनपद गोरखपुर एम्स गोरखपुर आंखों की रोशनी बहाल करने के लिए एक क्रांतिकारी कदम उठाने जा रहा है। आगामी 29 अक्तूबर को, एम्स गोरखपुर कॉर्नियल ट्रांसप्लांटेशन सेवाओं का शुभारंभ करेगा। यह ऐतिहासिक कदम कॉर्नियल अंधता से पीड़ित हजारों लोगों के जीवन को बदलने वाला है।कार्यकारी निदेशक डॉ. प्रोफेसर अजय सिंह के कुशल नेतृत्व, चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रो अजय भारती और नेत्र विभाग की पूरी टीम के समर्पित प्रयासों से इस जनकल्याणकारी परियोजना को समय पर पूरा कर लोकार्पित किया जा रहा है।
*इस विभाग का उद्घाटन 29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री द्वारा वर्चुअल रूप से किया जाएगा।
कार्यकारी निदेशक डॉ प्रोफेसर अजय सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रो अजय भारती, विभागाध्यक्ष डॉ एचएस जोशी, विभाग की प्रभारी डॉ अलका त्रिपाठी और एम्स गोरखपुर की अन्य फैकल्टी, नर्सिंग स्टाफ व पैरामेडिकल स्टाफ इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
कॉर्नियल ट्रांसप्लांटेशन क्या है?
कॉर्नियल ट्रांसप्लांटेशन एक सर्जरी है जिसमें आंख के क्षतिग्रस्त कॉर्निया को स्वस्थ कॉर्निया से बदल दिया जाता है। यह सर्जरी कॉर्नियल अल्सर, कॉर्नियल डिस्ट्रोफी और अन्य कॉर्नियल रोगों से पीड़ित मरीजों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है।हमारे अत्यधिक कुशल नेत्र रोग विशेषज्ञों और अनुभवी सर्जनों की टीम उच्चतम गुणवत्ता वाली देखभाल प्रदान करने के लिए समर्पित है।हम सफल परिणाम सुनिश्चित करने के लिए नवीनतम तकनीक और अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस हैं।हम पूरी उपचार प्रक्रिया के दौरान रोगी के आराम और संतुष्टि को प्राथमिकता देते हैं। हम सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण आंखों की देखभाल को सुलभ बनाने का प्रयास करते हैं।कॉर्नियल ट्रांसप्लांटेशन सेवाओं के शुभारंभ के साथ, एम्स गोरखपुर एक अग्रणी स्वास्थ्य संस्थान के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करता है। हम जरूरतमंद लोगों को आशा और उपचार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।