शामिल होंगे इंडोनेशिया राजपरिवार के राजा
स्वतंत्र पत्रकार विजन
पी एन पाण्डेय
नई दिल्ली
विश्व हिंदी सम्मेलन मई महीने में थाईलैंड में आयोजित किया जा रहा है जिसमें भारत सहित सात देशों के प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं, इस कार्यक्रम हेतु भारत से कुल 101 सदस्य शामिल होने वाले, जिनकी चयन प्रक्रिया जारी है और उसके लिए आवेदन लिए जा रहे हैं आवेदन की करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी रखी गई है परंतु मिल रहे आवेदनों से संभावना यह है कि समय से पहले ही प्रक्रिया पूरी हो जाएगी l इसमें शामिल होने के लिए देश-विदेश के कुलपति ,कुलपति, प्रोफेसर, अध्यापक, पत्रकार, समाजसेवी, प्रशासनिक अधिकारी के साथ अनेक विशिष्ट संस्थाओं के पदाधिकारी भी आवेदन कर रहे हैं l कवि और लेखक के साथ साहित्यकारों और हिंदी प्रेमियों की संख्या तो बेहद व्यापक है इस पाँच दिवसीय कार्यक्रम में कई संस्थाएं अपना प्रत्यक्ष योगदान दे रही हैं जिसमें धरा धाम इंटरनेशनल के सचिव और संस्थापक ने इसे सर्वधर्म यात्रा के साथ हिंदी को विश्व ख्यात दिलाने का मार्ग बताया है यूके गिल्ड फाउंडेशन के संस्थापक ने इसे संस्कृति आदान-प्रदान का उद्देश्य बताते हुए नारी उत्थान से जोड़ा है दिव्या प्रेरित कहानियों के संस्थापक ने इसे विश्व मैत्री का मार्ग बताते हुए वहां के लोक कथाओं से यहां के लोक कथाओं का आदान प्रदान करके सभ्यता का आदान-प्रदान के साथ सौहार्द की बात कहा है l
एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के संस्थापक ने इसे आध्यात्मिक यात्रा के साथ विश्व कल्याण से जोड़ा है उपरोक्त संस्थाओं के सहयोग और थाईलैंड सरकार के प्रतिनिधि के सहयोग से कुल पांच पुरस्कार रखे गए हैं जिसमें से तीन अंतरराष्ट्रीय और दो राष्ट्रीय सम्मान शामिल है इस अवसर पर यूके के ग्लोबल युनिवर्सिटी के भारत के मानद कुलपति कुलपति डॉक्टर सौरभ ने मानद डॉक्टर सम्मान देने की घोषणा की है l सभी का आभार प्रकट करते हुए देवनागरी उत्थान फाउंडेशन व राष्ट्रभाषा सेवा संघ के सचिव व संस्थापक डॉ सुनील दुबे ने कहा कि यह विश्व हिंदी सम्मेलन भारत के शिक्षकों को एक नया आयाम स्थापित करने में योगदान देगा। कार्यक्रम में थाईलैंड सरकार के प्रतिनिधि साहित इंडोनेशिया राजपरिवार के राजा भी प्रतिभाग करेंगे।