रिपोर्ट गुड्डू यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर। पीजी कॉलेज के प्रांगण में छात्रों ने तेरहवें दिन मंगलवार को भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रखा। आक्रोशित छात्रों ने पीजी कॉलेज के मुख्य द्वार पर विजयादशमी के पर्व पर प्रबंधक व प्राचार्य का पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया। पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने कहा कि महाविद्यालय प्रशासन जैसे छात्रों के साथ अन्याय, शोषण व अत्याचार कर रही है और तानाशाही रवैया अपनाया हुआ है छात्रों कि मांगों कि अनदेखी करने पर आज विजयादशमी के पर्व पर जैसे राम जी ने रावण के अंहकार व तानाशाही के सम्राज्य को समाप्त किया, बुराई पर अच्छाई की विजय हुई ठीक वैसे ही छात्रों ने प्रबंधक व प्राचार्य के अंदर के तानाशाही रवैया, शोषण, अत्याचार व अहंकार का पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया है।
पूर्व महामंत्री प्रवीण विश्वकर्मा ने कहा कि छात्र गांधीवादी तरीके से अपने मांगों को लेकर धरना पर बैठे हुए हैं, लेकिन तानाशाह प्राचार्य व प्रबंधक द्वारा न तो छात्रों कि सुध ली जा रही और ना ही छात्रों कि समस्या सुनी जा रही है, महाविद्यालय में पठन पाठन के बजाय केवल शिक्षा का बाजारीकरण किया जा रहा है जिसे छात्र बर्दाश्त नहीं करेंगे।
छात्र नेता आकाश चौधरी ने कहा कि महाविद्यालय प्रशासन छात्रों कि मांग जल्द से जल्द पूरी नहीं करता है छात्रसंघ चुनाव नहीं कराता है, छात्रों कि समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण नहीं करते हैं तो प्राचार्य कक्ष में तालाबंदी कर प्राचार्य का महाविद्यालय में प्रवेश निषेध किया जाएगा।
छात्रों कि प्रमुख मांग मुख्य रूप से छात्र संघ चुनाव कराने, प्राचार्य के महाविद्यालय में समय से आने कि मांग, टीसी चरित्र शुल्क कम करने कि मांग,बीपीई प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी कर प्रवेश लेने,अवैध वसूली बंद करनें, बीपीई का रिजल्ट जारी करने कि मांग,फीस वृद्धि वापस लेंने, पुस्तकालय में नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत पुस्तकें उपलब्ध कराने, कालेज कि वेबसाइट पर सभी सूचना और नई फीस विवरण उपलब्ध कराने, कालेज के कैमरों को ठीक करने के साथ ही महाविद्यालय के गलियारों में सीसीटीवी कैमरे लगाने,साइकिल स्टैंड फीस कम करने, कालेज कि वेबसाइट को सरल करने, कालेज की वेबसाइट पर शिकायत पोर्टल उपलब्ध कराने के साथ ही महाविद्यालय में आफलाइन शिकायत काउन्टर बनाने, स्नातक द्वितीय,तृतीय स्नातकोत्तर द्वितीय में प्रवेश फार्म शुल्क निशुल्क करने, आरो वाटर मशीन लगाने कि मांग,महाविद्यालय में पठन-पाठन का माहौल बनायें तथा सभी शिक्षक व गई कर्मचारी समय से आने व विभाग खोलने सहित आदि मांग है।