रिपोर्ट गुड्डू यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर- आज नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हाथी खाना के अंतर्गत कांशीराम आवास चांदमारी के नियमित टीकाकरण बूथ से मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देश दीपक पाल ने सोमवार को सघन मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई-5.0) के तीसरे व अंतिम चरण का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने बच्चोंको पोलियो की दवा पिलाई। बूथ पर कई बच्चों को मीजल्स-रूबेला सहित अन्य टीके भी लगाए गए। इसके अतिरिक्त जनपद के समस्त 16 ब्लॉक स्तरीय सामुदायिक- प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी-पीएचसी) व स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी तीसरे चरण की शुरुआत की गई। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल की अपर निदेशक डॉ मंजुला सिंह ने मण्डल स्तर पर वाराणसी के चौकाघाट सीएचसी से अभियान का शुभारंभ किया। सीएमओ डॉ देश दीपक पाल ने कहा कि नियमित टीकाकरण अभियान में किसी कारणवश छूटे पाँच वर्ष तक के बच्चों व गर्भवती को प्रतिरक्षित करने के लिए सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 चलाया गया है। अभियान में बच्चों को प्रमुख रूप से मीजल्स-रूबेला का टीका लगाया जाएगा। साथ ही गर्भवती को टिटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका लगाया जाएगा। यह टीका गर्भवती को व उनके गर्भस्थ शिशु को टिटनेस व डिप्थीरिया (गलघोंटू) रोग से बचाता है। उन्होंने परिजनों से अपील की कि अपने घर के आसपास के परिजनों को पाँच वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण कराने के लिए पीएचसी-सीएचसी जाने के लिए प्रेरित करें।
सीएमओ ने कहा कि कोई भी बच्चा छूटा हो तो उसका टीकाकरण अवश्य कराएं। सभी टीके पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। टीका लगने के बाद सामान्य बुखार हो सकता है लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रतिकूल प्रभाव से निपटने को रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) तैयार की गई है। इसके अलावा नजदीकी सीएचसी-पीएचसी पर भी चिकित्सक से सलाह ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि आईएमआई 5.0 के तीसरे चरण के लिए जिले के छूटे पाँच वर्ष तक के 15468 बच्चों एवं 3482 गर्भवती को टीकाकरण के लिए लक्षित किया गया है। इसके लिए जनपद में करीब दो हजार टीकाकरण सत्र आयोजित किये जाएंगे। इस दौरान बच्चों को 11 बीमारियों से बचाव के लिए टीका लगाया जाएगा, जिनमें डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो, क्षय (टीबी), हेपेटाइटिस-बी, मैनिंजाइटिस, निमोनिया, हेमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप-बी संक्रमण, डायरिया रोटा वायरस और खसरा-रूबेला (एमआर) शामिल है। सीएमओ ने जनपदवासियों से अपील की कि इस टीकाकरण अभियान में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करें। अभियान के तहत उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों व टीकाकरण के प्रति उदासीन परिवारों के बच्चों और गर्भवती की शत-प्रतिशत टीके पर ज़ोर दिया जाएगा। टीकाकरण सत्र हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, वीएचएसएनडी सत्र, समस्त सरकारी स्वास्थ्य केंन्द्रों में भी आयोजित किए जाएंगे। अभियान में प्रमुख रूप से मीजल्स रूबेला (एमआर) टीकाकरण के साथ ही “पाँच साल, सात बार छूटे न टीका एक भी बार” पर जोर दिया जाएगा। इस दौरान अर्बन नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ मुंशीलाल, जिला नगरीय समन्वयक अशोक कुमार, एमओआईसी डॉ ईशानी ने भी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई। इस मौके पर यूएनडीपी से प्रवीण उपाध्याय,यूनिसेफ से डीएमसी बलवंत सिंह, चाई से मणि शंकर एवं अन्य अधिकारी व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।