रिपोर्ट गुड्डू यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर । बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना अंतर्गत कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय सदर में पेंटिंग प्रतियोगिता मेहंदी प्रतियोगिता एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन के साथ ही किशोरी एनीमिया से बचाव तथा बाल विवाह एवं बाल शोषण जैसे विषयों पर महिला कल्याण विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम किया गया। प्रतियोगिता में प्ही प्रतिभाग कर रही बच्चियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार भी दिया गया जिला प्रोवेशन अधिकारी संजय कुमार सोनी के निर्देशानुसार महिला कल्याण अधिकारी नेहा राय के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। नेहा राय द्वारा बालिकाओं की सुरक्षा एवं बाल अधिकारों पर जागरूक किया एवं बाल विवाह के दुष्परिणामों पर बालिकाओं को जानकारी दी, उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से पूर्व अवस्था में बालक बालिकाओं का विवाह किये जाने से न केवल उनका बचपन प्रभावित होता है, बल्कि पूरे देश के आगामी विकास में व्यवधान उत्पन्न होता है। क्योंकि आज की बालिका ही कल के भविष्य को जन्म देती है, बालविवाह बालिकाओं के शारीरिक एवं मानसिक विकास में बहुत बड़ा अभिशाप सिद्ध होता हैं। बालिकाओं के जीवन में शिक्षा का महत्व बताते हुए कहा कि यदि हम शिक्षित होंगे तो हम शोषित नहीं हीं सकते हम अपने अधिकारों के लिए जागरूक हों तो कोई हमारे अधिकारों का हनन नहीं कर सकता। महिला कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश की समस्त योजनाओं के विषय में बताते हुए कहा कि विभाग द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है, जिसमें मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में बेटी के जन्म से लेकर स्नातक के पढ़ाई के लिए सरकार 15000 की धनराशि अलग अलग श्रेणियों में दी जाती है। जिला समन्वयक लक्ष्मी मौर्य द्वारा पात्र छात्राओं को कन्या सुमंगला योजना के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई, जो भी पात्र छात्राएं जिन्होंने कक्षा प्रथम, कक्षा 6 व कक्षा 9 में प्रवेश लिया है। इस योजना में किसी भी जन सुविधा केंद्र पर जाकर आवेदन कराए। कक्षा प्रथम की छात्राओं को श्रेणी 3 में आवेदन कराना है। कक्षा 6 की छात्राओं को श्रेणी 4 में आवेदन कराना है तथा कक्षा 9 की छात्राओं को श्रेणी 5 में आवेदन कराना है। आवेदन कराते समय खाता संख्या कि अच्छे से जांच कर ले एवं आवेदन सही श्रेणी में ही कराएं अन्यथा आवेदन निरस्त हो जाता है। कार्यक्रम में महिला कल्याण अधिकारी डॉ अभिषेक यादव एवं कस्तूरबा विद्यालय की समस्त स्टाफ गढ़ मौजूद रहे।