दुर्गेश मुर्तिकार
सिद्धार्थनगर। कंपोजिट पूर्व माध्यमिक विद्यालय जनियाजोत विकास क्षेत्र बॉसी में भारतीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के तत्वाधान में बालिका शिक्षा एवं बालिकाओं को सशक्त बनाने के विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया l
इस गोष्ठी की अध्यक्षता भारतीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के जिला अध्यक्ष रविंद्र श्रीवास्तव व संचालन जिला संयोजक सतीश चंद्र त्रिपाठी ने किया l विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका इफ्तेखारुन निशा को भारतीय मानवाधिकार सुरक्षा संगठन के तरफ से उनके द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यो के लिए सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया l
अपने संबोधन में अध्यक्ष रविंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि आज के समय में बालिकाओं को शिक्षित करना बहुत ही आवश्यक हो गया है l महिलाएं आर्थिक व सामाजिक रूप से बहुत ही पिछड़ी हुई है इन्हें आगे बढ़ाने का कार्य करना बहुत ही आवश्यक है l इसके लिए उनके अभिभावकों को चाहिए कि अपनी बेटियों को अवश्य ही पढ़ने के लिए विद्यालयों में भेजें l एक महिला जब शिक्षित होती है तो इससे दो परिवारों के लोग लाभान्वित होते हैं l वर्तमान समय में मैं देख रहा हूं कि आजकल के जमाने में लोगों का ध्यान इस तरफ बहुत ज्यादा आकर्षित हुआ है l भारतीय मानवाधिकार संगठन के पदाधिकारी तमाम विद्यालयों में इसक्रम प्रकार का कार्यक्रम आयोजित कर अभिभावकों को अपने बच्चियों को पढ़ाने के लिए प्रेरित करने का कार्य करेंगे l
विद्यालय की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका इफ्तेखारुन निशा ने अपने संबोधन में बताया कि मेरे विद्यालय में बच्चों के आधी की संख्या में बालिकाएं शिक्षा ग्रहण करने आती हैं l इस विद्यालय में सभी शिक्षक महिलाएं ही हैं और हम सब महिला शिक्षा के लिए काफी प्रयासरत रहते हैं l हम सब चाहते हैं कि महिलाएं पढ़ें और समाज में उनकी एक अच्छी खासी भागीदारी हो l सरकार भी इस तरफ काफी ध्यान दे रही है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू किया है l सरकार की काफी योजनाओं का सबसे ज्यादा लाभ भी महिलाओं को मिल रहा है l