रिपोर्ट कमलेश कुमार स्वतंत्र पत्रकार विजन
ग़ाज़ीपुर। यूसुफ़पुर मोहम्मदाबाद की प्रतिष्ठित समाजिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था ख़ाक फाउंडेशन के तत्वाधान में नगर के महल्ला जमालपुर स्थित नौशाद अंसारी के आवास पर महान गायक मोहम्मद रफ़ी साहब की 42वीं पुण्यतिथि एवं मुंशी प्रेमचंद जी के जन्मदिवस के अवसर पर सोमवार 31 जुलाई 2023 को गायन एवम मुशायरे का भव्य कार्यक्रम सम्पन्न हुआ जिसमें नगर के वरिष्ठ शायरों कवियों और गायकों ने सुर सम्राट मोहम्मद रफ़ी एवं हित्य सम्राट मुंशी प्रेमचंद को अपनी शायरी, कविताओं, गीतों एवं कहानियों के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम का प्रारम्भ मोहम्मद रफ़ी के प्रसिद्ध हम्द ओ मेरे ख़ुदा ओ मेरे ख़ुदा से हुआ तत्पश्चात फैयाज़ अंसारी ने रफ़ी साहब की प्रसिद्ध नातपाक ‘बसी है दिल में नबी की याद’ प्रस्तुत की। इरशाद जनाब ख़लीली ने रफ़ी साहब की मशहूर कव्वाली ‘ये तो अल्लाह को ख़बर’ गाकर माहौल को रफ़ीमय कर दिया। प्रसिद्ध भोजपुरी गायक आरजू अंचल ने ‘ना फनकार तुझसा तेरे बाद आया’ सुनाकर रफ़ी साहब को याद किया। इस अवसर पर आयोजित मुशायरा एवं कवि सम्मेलन में आसी यूसुफपुरी ने ‘यूँ तो हज़ार होंगे गुलूकार बेमिसाल /आएगा नाम कोई भी नामे रफ़ी के बाद। चंचल यूसुफपुरी ने वक़्त ऐसा गुज़र भी सकता है मारने वाला मर भी सकता है। वकील अरकम ने तेरी आवाज़ में है वो जादू रफ़ी तेरे जैसा जहाँ में हुआ ही नहीं। सुमन यूसुफपुरी, सरवर मोहम्मदाबादी, उगहन बावरा, अहकम ग़ाज़ीपुरी ने भी अपनी अपनी रचनाओं से रफ़ी साहब को खिराजे अकीदत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलानी भाई ने ने मोहम्मद रफ़ी को भारतीय एकता का प्रतीक बताते हुए कहा कि संत प्रवृत्ति के रफ़ी साहब जितने बड़े गायक थे उससे बड़े इन्सान थे कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एम. डी. भाई ने बताया कि रफ़ी साहब ने ताउम्र खुले दिल से ग़रीबों नादारों की मदद की। डॉ सैयद ज़फ़र असलम ने एक कहानी प्रस्तुत करके प्रेमचंद को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उपस्थित सम्मानित श्रोताओं में गुरु प्रजापति, इज़हार अंसारी, आलमगीर अंसारी, अनीस अंसारी, माज़ अकरम मोईन, शमशाद, सुजीत सूरज, राजू प्रजापति, कालिका प्रजापति, इसराइल, इसरार, गुड्डू, अख़्तर, परवेज़, जाहिद, आदिल, बबलू, यूसुफ यावर फैसल इत्यादि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन इरशाद जनाब ख़लीली ने किया। अंत में सभासद कैफ अंसारी ने धन्यवाद ज्ञापित दिया।