रिपोर्ट गुड्डू यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन
2010 बैच के आईपीएस प्रभाकर चौधरी सादगी और ईमानदार छवि के अलावा अपने तबादलों के लिए भी चर्चित रहे हैं। 13 साल की सेवा के दौरान प्रभाकर चौधरी का 21 बार तबादला किया जा चुका है। वह कई जिलों में एसएसपी और एसपी रह चुके हैं। बरेली में उन्होंने चार महीने पहले ही पुलिस कप्तान की कमान संभाली थी। अब उन्हें 32वीं पीएसी लखनऊ भेजा गया है।प्रभाकर चौधरी मूलरूप से अंबेडकरनगर के रहने वाले हैं। उन्होंने बतौर अंडरट्रेनिंग एएसपी नोएडा में जॉइन किया था। इसके बाद उन्हें एएसपी के पद पर ही आगरा, जौनपुर और फिर वाराणसी भेजा गया। कानपुर नगर के एसपी सिटी तक रहे। जनवरी 2015 में प्रभाकर चौधरी को ललितपुर जिले का एसपी बनाया गया। यहां वह 11 महीने तक रहे। ललितपुर के बाद इंटेलिजेंस मुख्यालय में तैनात रहे। प्रभाकर चौधरी देवरिया, बिजनौर, बलिया, बुलंदशहर और कानपुर देहात में बतौर एसपी तैनात रह चुके हैं। वाराणसी, मुरादाबाद, मेरठ और आगरा में एसएसपी रहे। इसी साल मार्च में बरेली के एसएसपी पद पर प्रभाकर का तबादला हुआ था। तब उन्होंने बताया था कि यह उनका 19वां जिला है। मेरठ ही एकमात्र ऐसा जिला है, जहां आईपीएस प्रभाकर चौधरी बतौर एसएसपी एक साल से अधिक रहे।प्रभाकर चौधरी सोशल मीडिया और पुलिस विभाग में उस समय चर्चा में आए थे, जब सात साल पहले कानपुर में एसपी का चार्ज लेने पिट्ठू बैग टांगकर रोडवेज बस से एसपी दफ्तर पहुंचे थे। स्टेनो से कहा था कि मैं आ गया हूं, आप सरकारी सिम मुझे दें। पुलिस के स्टेनो हैरान भी हुए कि आप कौन, जो सरकारी सिम मांग रहे हो। उन्होंने अपना परिचय दिया कि मैं नया एसपी प्रभाकर चौधरी। तब उनकी सादगी चर्चा में रही थी।