Home » इफको नैनो उर्वरकों पर आधारित जनपद स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन –
Responsive Ad Your Ad Alt Text

इफको नैनो उर्वरकों पर आधारित जनपद स्तरीय कार्यशाला का हुआ आयोजन –

रिपोर्ट कमलेश कुमार स्वतंत्र पत्रकार विजन

गाजीपुर । जिला पंचायत सभागार में इफको नैनो उर्वरकों पर आधारित जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरोजेश सिंह(अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक)कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री विरेन्द्र सिंह (अध्यक्ष जिला सहकारी संघ, गाजीपुर) विशिष्ठ अतिथि विजय शंकर राय ( निदेशक इफको नई दिल्ली), श्रीकांत गोस्वामी (प्रबंध निदेशक, पी सी यू, लखनऊ) उप आयुक्त एवं उप निबंधक सहकारिता,वाराणसी मंडल कैलाश चंद (सचिव जिला सहकारी बैंक),जसवीर सिंह (उप महाप्रबंधक ,इफको लखनऊ), अंसल कुमार ( सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक,सहकारिता ,गाजीपुर)रहे तथा जनपद स्तरीय अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।अधिकारी गणों द्वारा जनपद के समस्त सहकारी समितियों के सचिवों ,अध्यक्षों एवं प्रगतिशील किसानों के बीच नैनो यूरिया ,नैनो डी ए पी की प्रयोग विधि के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई गई।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा नैनो यूरिया को बढ़ावा देते हुए रासायनिक यूरिया को कम करने का आग्रह किया गया,जिला सहकारी संघ के अध्यक्ष द्वारा सहकारी समितियों को नैनो यूरिया व नैनो डी ए पी को किसानों के बीच पहुंचाने के लिए कहा गया क्योंकि समिति ऐसी जगह है जहां से छोटे से छोटा किसान जुड़ा है। इफको के निदेशक द्वारा रासायनिक खाद का प्रयोग कम करते हुए नैनो उर्वरक को प्रयोग को बढ़ाने हेतु प्रेरित किया गया।सहायक आयुक्त सहकारिता द्वारा कार्यक्रम में आए समस्त सदस्यों का स्वागत करते हुए नैनो उर्वरकों को सहकारी समितियों के माध्यम से प्रदर्शन द्वारा किसानों के बीच पहुंचाने का कार्य करने का आग्रह किया गया,इफको लखनऊ से आए उप महाप्रबंधक द्वारा रासायनिक यूरिया के नुकसान को बताते हुए तथा नैनो यूरिया के लाभ,विशेषताएं एवं प्रयोग विधि के बारे में विस्तार से बताया गया lउन्होंने बताया कि नैनो यूरिया 500ml की बोतल 225 रुपए में किसानों को उपलब्ध हो रही है जबकि यूरिया के एक बैग की कीमत 266 .50 पैसे है और यदि उसमें सरकार द्वारा सब्सिडी जोड़ दी जाए तो यूरिया की एक बैग की कीमत लगभग ₹2300 होती है जिससे देश को अरबों रुपए की सब्सिडी से आर्थिक नुक़सान होता है साथ ही साथ परंपरागत यूरिया के प्रयोग से मिट्टी जल एवं वायु तीनों प्रदूषित होते हैं जबकि नैनो यूरिया पूरी तरह से पर्यावरण के लिए सुरक्षित है उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया के रखरखाव एवं लाने ले जाने में भी कोई अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ता है उन्होंने यह भी बताया कि बहुत जल्द ही जनपद में नैनो डीएपी किसानों के लिए उपलब्ध हो जाएगी जिसकी क़ीमत प्रति बोतल ₹600 होगी जो परंपरागत डीएपी से आधे दाम से कम में उपलब्ध होगी ।नैनो डीएपी को दो बार में प्रयोग करना हैप्रथम बार बीज शोधन के लिए 5 ml प्रति kg बीज की दर सें या जड़ शोधन करने के लिए 3 से 5 ml नैनो डीएपी प्रति लीटर पानी घोल बनाकर सोधित करके बुवाई करे तत्पश्चात बुवाई के 35 दिन के बाद 2 से 4 ml प्रति लीटर पानी का घोल बनाकर खड़ी फसल में छिड़काव करे।इस दौरान कार्यक्रम में जनपद के समस्त सहकारी समिति के सचिव,अध्यक्ष सहित 180 लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद सचिन तिवारी क्षेत्र अधिकारी इफको गाजीपुर द्वारा किया गया।

Responsive Ad Your Ad Alt Text

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Responsive Ad Your Ad Alt Text