रिपोर्ट कमलेश कुमार स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर । सदर ब्लॉक के सभागार में गुरुवार को प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष योगेंद्र यादव जोगी अध्यक्षता में बैठक हुई । बैठक में संगठन के माध्यम से प्रधान अपनी समस्याओं को संगठन को अवगत कराये । प्रधानों ने कहा कि ग्राम पंचायतों में होने वाले विकास कार्यो में समस्याएं बढ़ती जा रही है। जैसा कि आप सभी जानते है कि गांव में विकास कार्य निर्माण में प्रधान कर्ज लेकर काम करा देते है। लेकिन जब भुगतान की बात आती है तो सचिव कमीशन की बात करने लगते है और मनरेगा में पक्का निर्माण के भुगतान में अधिकारियों की लापरवाही से भुगतान में समस्या उत्पन्न हो रही है। इसे ब्लॉक स्तर पर दूर किया जाना चाहिए । बैठक के दौरान बीडीओ ,एडीओ पंचायत , मनरेगा डीसी को भी बुलाया गया। प्रधानों ने अपनी समस्या सुनाई और कार्यवाही की मांग की। प्रधानों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है । प्रधान सोनू यादव ने कहा कि मेरी ग्राम पंचायत छोटी आबादी का गॉव है और धनराशि के अभाव में विकास कार्य नही हो पाता है और मनरेगा योजना के तहत कार्य किया जा रहा है। पक्का निर्माण में कमीशन खोरी के चक्कर में भुगतान नही हो रहा है । अंधऊ प्रधान रमेश यादव ने कहा कि ग्राम पंचायत को ओडीएफ प्लस में चयन किया है और कार्ययोजना में गॉव की नाली से लेकर सोख पीठ ,सहित अन्य का निर्माण कराया गया लेकिन नाली निर्माण भी कराया पर भुगतान नही हुआ।अधिकारी जांच के नाम पर कमीशन लेने के लिए गॉव में आ जाते है। आरिपुर के प्रधान खरपत यादव ने कहा कि ढाई वर्ष बित गए लेकिन सचिव और लेखपाल का चक्कर लगाते लगाते विकास नही कर पाया ।जब भी गॉव में मनरेगा से कार्य करने लिए लेखपाल को बुलाया जाता है तो वह प्रधान को घुमाने लगते है। ऐसे में प्रधान काम नही करा पाता है। विधायक निधि से गांव में गेट बनाया और पहली किस्त का भुगतान भी हुआ लेकिन दूसरी क़िस्त के लिए ग्रामविकास अधिकारी संजय सिंह आठ महीने से घुमा रहे है। अब तक भुगतान नही हुआ । जैतपुरा के प्रधान अशोक केवट ने कहा कि दो वर्ष से प्रधान संगठन है पर प्रधानों के हित में कोई ऐसा काम नही किया गया कि प्रधानों में विश्वास बने । लगातार प्रधानों का शासन व प्रशासन शोषण करता है ।उसकी लड़ाई लड़ने में असफल साबित हो रहे है । क्या संगठन को पता नही है कि सचिव और लेखपाल कमीशन ले रहे हैं। मेरे गाँव में चकरोड की पैमाइश करनी है लेकिन लेखपाल मनमानी कर रहा है और गांवों में सफाई कर्मचारी नही है। इस पर भी कहा कि आबादी के अनुसार रखना है। प्रधानों ने कहा कि अधिकारियों के आवास पर कौन सी आबादी है । प्रधान मीरनपुर शक्का प्रधान श्लोक कुमार ने कहा कि गांव का विकास किया जाए या बीडीओ , सचिव ,जेई को कमीशन। ऐसी स्थिति में विकास करना मुश्किल हो रहा है । जबतक इनके ऊपर अंकुश नही लगाया जाएगा तब तक समस्या होती रहेगी। विद्यापरा के प्रधान शम्भू यादव में कहा कि पिछले वर्ष अमृत सरोवर का निर्माण अधिकारियों के कहने पर तो कर दिया लेकिन आज तक भुगतान नही हुआ। प्रधानों ने कहा कि सिर्फ प्रधानों पर दबाव बनाया जाता है। ब्लॉक अध्यक्ष रामज्ञान यादव ने कहा कि संगठन मजबूत रहेगा तभी प्रधानों की एकता में मजबूती होगी और प्रधानों की लड़ाई लड़ने में सफलता मिलेगी ।बहुत लंबे समय से बैठक नही हुई थी इस वजह से कुछ प्रधानों ने नाराजगी जाहिर की। उसको लेकर अध्यक्ष अपना पक्ष रखे कि अगर प्रधान अपनी समस्या से संगठन को अवगत कराया जाए तभी लड़ाई लड़ी जाएगी ।बैठक की अध्यक्षता कर रहे योगेंद्र यादव जोगी ने कहा कि पहले प्रधानों को ब्लॉक में बैठने के लिए कोई स्थान नही है। जिससे प्रधानों को समस्या होती है और गांवों में सफाई कर्मचारियों की कमी है। उसको जल्द पूरा कराया जाएगा और जो अधिकारियों की जी हुजूरी करने में लगे है उसे तत्काल हटा कर गांवों में भेज जाय। नहीं तो इन मुद्दों को लेकर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस बैठक में उपस्तित प्रधान संजय यादव ,अभिमन्यु यादव, सोनू यादव जवाहिर बिंद , रमेश यादव , सरोज यादव,मधु यादव, शिवमंगल यादव,गुड्डु राम , खरपत यादव, मोहन यादव, राजेश यादव, रमेश, चंद्रजीत यादव, हवलदार यादव , सिकंदर बिंद, रामाशीष राम,रणधीर यादव, संतराज राम, नंदू यादव, अवधेश यादव,मजिंद्र बिंद,जवाहिर बिंद,श्यामाकांत बिंद,संतोष बिंद, योगेंद्र कुशवाहा,पंकज सिंह, दीना पासी,वकील यादव,दीपक सिंह, राजेश तिवारी, जनार्दन यादव तथा कमलेश यादव, संजय बिंद, प्रदीप यादव आदि रहे।