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स्वर सागर संगीत विद्यालय के प्रतिभा सम्पन्न छात्रों को सम्मानित किया

स्वतंत्र पत्रकार विजन
स्वयं शाही

गोरखपुर

सामाजिक एवं सास्कृतिक संस्था स्वर सागर संस्था विगत कई वर्षों से आकाशवाणी मे कार्यरत प्रख्यात बाँसुरी वादक एवं म्यूजिक कम्पोजर स्व. आर.पी. वर्मा जी की स्मृति में शास्त्रीय संगीत व सुगम संगीत का कार्यक्रम आयोजित करती है। इस वर्ष भी स्थानीय होटल में “स्वरांजाली” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का प्रारम्भ स्वर सागर संगीत विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा स्व. आर.पी. वर्मा जी की कम्पोजिशन “गुरुवर तुमसे लगन लगी है”. गुरुवन्दना से की गई। तत्पश्चात रानू जानसन ने बाँसुरी पर कई धुनों को बजाया स्वर सागर के छात्र ईशान खरे ने राम को देखकर अंश एवं शिवांश ने भगवान तु अपने चरणों में,जूही एवं अनुपमा ने कुछ लेना न देना मगन रहना वैभवश्री. ने जरा देर ठहरो राम हृतिकशास्त्री बोले पिजड़े का तोता. पिंटू हँसलोना एगो बाबूजी बिना करवा निधि श्रीवास्तव ने में तो गिरधर के कर जाऊ कत्थक नृत्य की प्रस्तुति सौम्या, सुनिधि, ईशिका किशोरी, एकता, अव्या, श्रेया, शिसा ने नटवरी परण राथा परण की प्रस्तुती की । संस्था अध्यक्ष सुनीषा श्रीवास्तव ने भजन कबीर का दोहा चदरिया भीनी रे भीनी एव गजल क्या खबर थी की शानदार प्रस्तुती की। विशिष्ट कलाकार डाॅ स्मिता मोदी ने कबीर वाणी देश विराना है, बी.के. सिंह ने प्यार नही, डाॅ ठाकुर भरत ने प्यार नही है हुजूर से, अजय शर्मा ने गजल एक खूबसूरत जनाब आप है, वृज किशोर तिवारी गुलाब सब दिन होत न एक समाना , पूर्णिमा शर्मा ने मौसम आयेगे जायेगे, प्रदीप जसवाल ने सांवराजी मेरी गली आ जाना ने भजनों की लड़ी लगायी
स्वर सागर संगीत विद्यालय के छात्र छात्रों को सम्मानित किया गया जो देश विदेश मे नाम रौशन कर रहे है। इस कार्यक्रम मे उषा दास, डा सौरभ पाण्डेय सुधा मोदी रंजना बागची, पं-नरेन्द्र उपाध्यय, डा.ए.के. त्रिगुण, डॉ त्रिलोक रंजन, डाक्टर ए के त्रिपाठी, शैलेष मणि जिपाठी, नवीन श्रीवास्तव, विवेक श्रीवास्तव, , हेमा जसवाल, प्रियका गुप्ता, चन्द्रभान यादव, शैलेश त्रिपाठी उर्फ मोबाइल बाबा,राखी बरनवाल, डा विनय श्रीवास्तव, कृपा शंकर राय डाक्टर आर. पी. शुक्ला, प्रदीप श्रीवास्तव, एकता गोरखपुरी,मुक्तीनाथ मिश्रा, अजय सिंह बघेल, की उपस्थिति रही।

सम्मानित प्रतिभाएं

ईशिका सिंह
स्वर सागर संगीत विद्यालय की छात्रा ईशिका ने प्रभाकर के बाद प्ले स्कूल मे शिक्षिका है। इन्होने कई प्रतियोगिता मे प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया इसमें मास म्यूजिक एच.एच आई डांस कम्पीटिशन प्रमुख है। इन्होने दूरदर्शन मे भी प्रदर्शन किया है। इनके नाम कई उपलब्धिया दर्ज है

अंतर्राष्ट्रीय बाल व्यास श्वेतिमा माधव प्रिया

8 वर्षीय श्वेतिमा माधव प्रिया स्वर सागर संगीत विद्यालय की छात्रा है। ये अंतर्राष्ट्रीय कथावाचिका है। इन्होने देश विदेश मे कथा एवं भजनो की प्रस्तुति दी है। इनके कई एलबम रिलीज हो चुके है।

रामगोपाल दूबे
स्वर सागर संगीत विद्यालय के छात्र शास्त्रीय संगीत मे प्रभाकर करने के बाद वर्तमान में महर्षि विद्या मंदिर भौवापार मे संगीत शिक्षक के रूप में नियुक्त है इन्होने कई बड़े मंचो ये प्रस्तुति किया है।

अवनिन्द्र सिंह
स्वर सागर संगीत विद्यालय के मेधावी छात्र रहे और छात्र जीवन में काशी विज्ञापीठ के कार्यक्रम उमंग युवा महोत्सव में शास्त्रीय गीत प्रतियोगिता में तृतीय एवं राजस्थान युवा महोत्सव में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।

कई से मंचों पर प्रस्तुति की और संगीत प्रतियोगिताओं के निर्णायक के रूप मे रहे। संगीत में प्रभाकर के बाद एस.डी.डी.टी कॉलेज खजनी में कार्यरत है और स्वर सागर संगीत विद्यालय में शिक्षक हैं।

एकता शुक्ला

स्वर सागर संगीत विद्यालय की छात्रा एकता ने विपरीत परिस्थितयों संगीत में अपनी पहचान बनाई। राज्य के कई महोत्सव और सांस्कृतिक विभाग के कार्यक्रमो मे प्रस्तुती देकर शहर का नाम रौशन किया है।

समीर जायसवाल

स्वर सागर संगीत विद्यालय के होनहार छात्र समीर जसवाल संगीत में प्रभाकर कर प्ले स्कूल में संगीत के शिक्षक हैं । देश के कई शहरों में गायन की प्रस्तुति दिया है और कई प्रतियोगिता जीता है ।

ऋतिक शास्त्री

शानदार गायन एवं कथा वाचन के लिए जाने जाते है।
स्मृति सरकारी

इनको गायन के क्षेत्र में काफी सम्मान प्राप्त हुआ है।गायन के लिए यह जानी पहचानी जाती है।स्मृति प्रभाकर कर शिक्षण का कार्य कर रही हैं
ईशान खरे
ईशान खरे को गायन के क्षेत्र में लगातार चार घंटे गायन कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके है।एवं धीरज साहनी नृत्य में प्रभाकर कोर्स करने के बाद निजी स्कूल में शिक्षण का कार्य कर रहे हैं नृत्य में देश प्रसिद्धि प्राप्त कर रहे है
इन प्रतिभाओं के पीछे स्वर सागर संस्था की प्रमुख वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर सुनिशा श्रीवास्तव के कठिन मेहनत का प्रतिफल है।
शिवांगी मिश्रा प्रभाकर कर बिहार में संगीत शिक्षण का कार्य कर रही है। कई मंचों पर प्रस्तुति दी है।

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