स्वतंत्र पत्रकार विजन
रिपोर्ट संवाददाता
वाराणसी। मंडल में स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को हटाने की मांग करते हुए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 7 जनवरी 2025 को दोपहर 2:00 बजे से 3:00 बजे तक चिकित्सालय प्रांगण में संघर्ष समिति द्वारा धरना दिया गया। चिकित्सालय के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राज्य की कार्य करने के दौरान काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए अपने कार्यों को संपादित किया। धरने पर बैठे विरोध कर रहे समस्त चिकित्सा अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा अभी तक शासन प्रशासन द्वारा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई न किए जाने के कारण संयुक्त रूप से नाराज़गी व्यक्त करते हुए धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया।
आपको बता दें कि
पंडित दीनदयाल के (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक) डॉ. दिग्विजय सिंह को हटाने की मांग को लेकर। पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों ने उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य की चिकित्सालय संघर्ष समिति के बैनर तले आज भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहा।
पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टरों ने सीएमएस पर तानाशाही रवैया अपनाने, ड्यूटी में अनियमितता, और कर्मचारियों को अनावश्यक दबाव में रखने का आरोप लगाते हुए। डॉक्टरों ने आज आठवां दिन भी काली पट्टी बांधकर विरोध स्वरूप काम किया।डॉक्टरों का कहना है कि सीएमएस द्वारा स्टाफ को 24 घंटे अस्पताल में रहने पर मजबूर किया जा रहा है। सभी विभागों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाने के बावजूद सीएमएस अपने आदेश थोप रहे हैं और किसी अनहोनी की स्थिति में नोडल अधिकारियों को फसाने की कोशिश की जा रही है।
धरना स्थल पर मुख्य रूप से डॉक्टर के. के. बरनवाल, डॉक्टर के जे पांडे, डॉक्टर बृजेश यादव डॉक्टर पीके सिंह, डॉक्टर प्रेम प्रकाश, डॉक्टर प्रीतेश जयसवाल, डॉक्टर एस के अग्रवाल, डॉक्टर मनीष कुमार यादव ,भारती शर्मा, हेमलता सिंह, इंदू सिंह, किरन वर्मा, गीता चौधरी, संगीता देवी, अनीता देवी, सुनीता देवी, मंजू चौरसिया,पूनम दुबे,मंजू देवी निरंजन कुमार श्रीवास्तव, रमेश चंद्र राय जितेंद्र कुमार, अरुण कुमार सिंह, प्रवीण पांडे ,मेहंत यादव, राजेंद्र कुमार, इंद्रकला यादव, पूजा विश्वकर्मा, प्रदीप तिवारी इत्यादि लोक उपस्थित रहे।