स्वतंत्र पत्रकार विजन
शशिकान्त जायसवाल
गाजीपुर। सेवराई तहसील क्षेत्र में एक बाइक चोर के साथ किस्मत ने ऐसा खेल किया कि उसे बाइक भी छोड़नी पड़ी और बाद में उसे पकड़ भी लिया गया. बताते चलें कि यह अजीबोगरीब मामला जिले के रेवतीपुर थाना अंतर्गत नवली गांव का है. जहां से एक चोर ने बाइक चोरी की और लेकर बिहार की तरफ जाने लगा. बाइक चोर को एक वाहन ने टक्कर मार दी जिससे वह घायल हो गया. चोर को लोगों ने हॉस्पिटल में भर्ती कराया और वो जो बाइक लेकर जा रहा था उसे भी हॉस्पिटल में ले जाकर खड़ा कर दिया. बैग में बाइक के कागज थे जिसके जिससे बाइक मालिक की पहचान हो सकी. बैग मालिक से जब संपर्क किया गया तो चोरी की घटना का खुलासा हुआ। 22 नवंबर को नवली गांव के रहने वाले रणजीत सिंह किसी समारोह में शामिल होने जा रहे थे. अपनी बाइक को उन्होंने भदौरा बाजार के पास छोड़ दिया और पहचान वाले की कार से रवाना हो गए. जब शादी समारोह से वापस आए तब पता चला कि उनकी बाइक चोरी हो गई है. इसके बाद बहुत देर तक खोजबीन चलती रही. वहीं दूसरी तरफ गहमर थाना क्षेत्र के बकैनिया गांव के पास ताड़ीघाट बारा रोड पर रॉन्ग साइड से आ रहे एक चार पहिया वाहन ने एक बाइक सवार धक्का मार दिया. जिसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भदौरा में एडमिट किया गया. जहां पर उसका डॉक्टरो ने इलाज किया.
ऐसे सच सामने आया मामला
हॉस्पिटल स्टाफ ने शख्स के एक्सीडेंट की बात पुलिस को दी लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची. दूसरे दिन सुबह इलाज के बाद शख्स हॉस्पिटल से निकला और एक स्टाफ मेंबर से बस स्टैंड छोड़ने को कहा. हॉस्पिटल स्टाफ ने शख्स को बस स्टैंड तक छोड़ दिया. वहीं एक्सीडेंट होने के बाद घायल की मोटरसाइकिल भी लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र पर लाकर खड़ी कर दी थी. घायल जब बस स्टैंड गया तो बाइक वहीं छोड़ दी. जब उसकी बाइक को अस्पताल प्रशासन के लोगों ने चेक किया तो उसमें एक बैग में कई कागजात मिले.
उस कागजात में रणजीत सिंह निवासी नौली का नाम दिखा जिसके बाद उनसे संपर्क किया गया. लोगों ने रणजीत सिंह को फोन कर इसकी जानकारी दी तब जाकर मामला खुला और उन्होंने अस्पताल पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी दी. रणजीत सिंह ने अस्पताल कर्मी से जानकारी लिया तो अस्पताल कर्मी ने बताया कि वह नौली गांव जाने की बात कह रहा था। उसके बाद रणजीत सिंह गांव पहुंचे और उस बाइक चोर को पकड़ा. बाइक चोर ने अपना गुनाह कबूला और इस घटना में दो और लोगों के शामिल होने की बात कही. जिसके बाद इन लोगों ने रेवतीपुर पुलिस को जानकारी दी और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।