स्वतंत्र पत्रकार विजन
रिपोर्ट संवाददाता
वाराणसी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भ्रष्टाचार हर संभव प्रयास के बाद भी थम नहीं रहा है सामाजिक कार्यकर्ता हो चाहे पत्रकार हो या नेता आदि अचानक प्रियंका तिवारी नाम की सोशल सामाजिक कार्यकर्ता भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा कि हमने अस्पताल में बिस्तर पर पड़ी हुई महिला से पूछा कि ऑपरेशन में पैसा कोई लिया था बताई की कोई पैसा नहीं लिया गया पुनः बताई की अस्पताल से कुछ दवा ही मिला और बाकी दवा भारत मेडिकल स्टोर से खरीदने के लिए कहा गया यह जानकारी अकबरुन निशा ने प्रियंका तिवारी को बताई तिवारी ने पूछा कि कौन डॉक्टर साहब इलाज कर रहे हैं मरीज ने बताया कि 112 नंबर कमरे में असिन डॉक्टर प्रेम प्रकाश इलाज कर रहे हैं वही मुझे भारत मेडिकल से दवा लेने को कहा असमरण रहे की पिछले माह स्वास्थ्य मंत्री वह डियम वाराणसी निरीक्षण करने पहुंचे तो पाया कि फार्मासिस्ट के टेबल पर बाहरी दवा मिला तथा स्टोर के पास भी उसी प्रकार का बाहरी दवा देखा स्वास्थ्य मंत्री जी आग बबुला हो उठे तथा जिला अधिकारी को आदेशित किया कि इन्हें कठिन से कठिन करवाई किया जाए उक्त प्रियंका तिवारी के कथन की पुष्टि वीडियो ग्राफी से भी होती है जिस पर कार्य अधीक्षक दिग्विजय सिंह गिड़गिड़ाते हुए प्रियंका तिवारी से बार-बार मिलने का आग्रह करते हैं साथ ही साथ इस बात की भी प्रियंका तिवारी धड़ल्ले से कह रही है कि गाड़ी से पराग दूध प्रतिदिन अस्पताल के परिजनों के लिए आती है फिर भी क्या कारण है कि पराग का दूध व वक्तती द्वारा अस्पताल मैं बिस्किट टॉफी परचून के समान बेचा जा रहा है जो सरासर गलत है क्योंकि सरकारी दूध प्रतिदिन आता ही