चिकित्सिया नैतिकता की धज्जियां उड़ाते डॉक्टर अनुज सहकारी व उनके गुंडे कर्मचारी की गिरफ्तारी वह पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना मेरी नैतिक जिम्मेदारी:एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह
स्वयं शाही
स्वतंत्र पत्रकार विजन
गोरखपुर। गोरखपुर फैजाबाद स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के विधान परिषद सदस्य देवेंद्र प्रताप सिंह का एक प्रतिनिध मंडल डॉ अनुज सरकारी और सिपाही पंकज कुमार मामले को लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे और अपना महानगर में चिकित्सक द्वारा अपनी पत्नी को दिखाने गये पुलिस कान्स्टेबल पर किया गया जानलेवा हमला मानवता को शर्मशार करता है। सोशल मीडिया के साथ-साथ प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया द्वारा इस अमानवीय घटना की जो पृष्ठभूमि बताई जा रही है, वह अत्यन्त मर्माहत करने वाली है। चिकित्सक जैसे महनीय पेशे से जुड़े लोगों का इस तरह का अमर्यादित निन्दनीय और गुण्डों जैसा आचरण किसी भी परिस्थिति में क्षम्य नहीं है। एक ओर डॉक्टर और उसके गुण्डों ने एकराय होकर पुलिस कान्स्टेबल को जमकर पीटा और जान मारने की कोशिश की। दूसरी तरफ उसने अपने रसूख का इस्तेमाल कर बुरी तरह से चोटिल कान्स्टेबल को मीडिया व प्रशासन पर बेजा दबाव बनाकर जेल भेजवा दिया। इस तरह के गम्भीर अपराध पर मौन साधना सर्वथा अनुचित है। अस्तु आरोपी डॉक्टर और उसके गुण्डों पर भारतीय दण्ड विधान की समुचित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर उन्हें जेल भेजे, ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनर्स्थापना न हो।