रिपोर्ट रमेश पटेल
स्वतंत्र पत्रकार विजन
आज गाजीपुर में रूरल हेल्थ केयर सोसाइटी के बैनर तले सभी चिकित्सा मुख्य चिकित्सा अधिकारी गाजीपुर से मिले उन्होंने अपनी मांगों को प्रमुखता से रखा सभी चिकित्सकों का कहना है कि करोना काल में जब बड़ी महामारी आई थी तो उस वक्त यही डॉक्टर लोगों की मदद किए थे जिन्हें आज झोलाछाप कह कर कार्रवाई करने की बात की जा रही है चिकित्सक सामूहिक रूप से अपनी बात रखी
जिसमें पहला था कि सभी ग्रामीण चिकित्सकों को उनकी योग्यता के अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार रोजगार दे दूसरा सभी ग्रामीण चिकित्सकों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रशिक्षित कर योग्य चिकित्सा कार्य में लगाया जाए, जैसे आशा बहू दवा दे रही हैं । वैसे ही ग्रामीण चिकित्सकों को क्यों नहीं दे सकते
डॉक्टर ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार झोलाछाप डॉक्टरों की फैक्ट्री प्राइवेट नर्सिंग होम अस्पताल प्राइवेट हॉस्पिटल जिनको एमबीबीएस एमडी एमएस चलाते हैं, और गरीब युवकों का शोषण करते हैं 5-6 साल सेवा लेने के बाद पैसा ना देना पड़े इसलिए उन्हें बाहर कर दिया जाता है, आखिर उनका रजिस्ट्रेशन कौन देता है
डॉक्टर ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सीएमओ कार्यालय द्वारा फर्जी नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन करा कर धन उगाही कराया जाता है और जांच पड़ताल के नाम पर धनउगाही भी कराया जाता है। उसके बावजूद हम ग्रामीण चिकित्सकों को तरह-तरह की यात्राएं भेजनी पड़ती है
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन का कोई संस्थान को अनुमति हम नहीं दे सकते अगर ऐसा पाया जाता है तो उनके ऊपर कार्यवाही की जाएगी
अस्पताल चलाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है