कार्यशाला के आयोजन मे भविष्य की चुनौतियों और क्रियाकलाप पर हुयी चर्चा
स्वतंत्र पत्रकार विजन ब्यूरो रिपोर्ट महराजगंज
महराजगंज जनपद मे काम करने वाली अग्रणि संस्थान नव्या इण्डिया फाउन्डेशन द्वारा संचालित कार्यक्रमों के साथ भविष्य की चुनौतियों और क्रियाकलाप पर चर्चा करने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन संस्थान के सभागार मे किया गया । जिसमे मुख्य अतिथि के रूप मे पहुचीं शान्ति मिश्रा का डाॅ देव चन्द्रा द्वारा बुके देकर स्वागत किया गया । कार्यशाला के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा सबसे पहले नव्या इण्डिया फाउन्डेशन द्वारा संचालित सभी कार्यक्रमों जैसे स्टीच फॉर चेन्ज,उडान,डिजिटल सखी के बारे मे चर्चा की । नव्या इण्डिया फाउन्डेशन के संचालन प्रमुख डाॅ देव चन्द्रा ने मुख्य अतिथि शान्ति मिश्रा को फाउन्डेशन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के विषय मे विस्तार से जानकारी दी । शान्ति मिश्रा द्वारा सभी से उनके कार्य अनुभवों की जानकारी लेने के साथ आने वाली चुनौतीओं और कार्ययोजनओं के संचालन की बारिकियों की जानकारी दी गयी । उन्होने क्षेत्र मे काम करने के अपने वर्षो के अनुभव को साझा करते हुए यह कहा कि क्षेत्र में काम करते समय हमें यह ध्यान देना चाहिए कि जिन योजनाओं का संचालन हम कर रहे हैं उसका परिणाम लंबे समय तक और टिकाऊ हो । विभिन्न तरह के फाउंडेशन क्षेत्र में अलग-अलग तरह की योजनाएं संचालित करते हैं लेकिन जब वह योजनाएं बंद होती हैं तो धरातल पर उसका कार्य भी समाप्त हो जाता है । ऐसे में हमें ऐसा काम करना है कि उसे क्षेत्र में अपनी योजनाओं को पूरा करने के बाद भी उसे क्षेत्र के लोग इस योजना का लाभ आजीवन लेते रहें । साथ ही उन्होंने नव्या इंडिया फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रही सभी मूहिम की तारीफ करते हुए कहा कि संस्था ने जिस क्षेत्र को अपने कार्यक्षेत्र के रूप में चुना है वही सबसे ज्यादा चुनौती पूर्ण है। इस काम की सराहना हर जगह होनी चाहिए और पूरी ताकत के साथ सभी योजनाओं का संचालन किया जाना चाहिए । फाउंडेशन के जो कार्यकर्ता क्षेत्र में जाकर काम कर रहे हैं वह काफी सराहनीय है क्योंकि जंगलों के बीच में जाकर ऐसे लोगों के लिए काम करना जनतक अपनी बात पहुंच पाना ही संभव न हो काबिले तारीफ है । हम उम्मीद करते हैं कि संस्थान नित्य नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगी और ऐसे ही ढेर सारे कार्यक्रमों का संचालन समाज और देश हित में काम करेगी । अपने वर्षों के अनुभव के दौरान हमने पहली बार ऐसी समस्याएं जानी है जिसका समाधान यह फाउंडेशन कर रही है । यह अपने आप में बड़ी बात है । हम उम्मीद करते हैं कि फाउंडेशन इन समस्याओं की जड़ में जाकर उनको दूर करने का पूरा प्रयास करेगी । कार्यशाला के दौरान फाउंडेशन की पिंकी, मनोरमा चौहान, रागिनी श्रीवास्तव, रंजीता शर्मा, और सुशीला कनौजिया ने भी मुख्य अतिथि के साथ अपने अनुभव साझा किया और उनसे आगे काम करने की प्रेरणा ली । कार्यक्रम के अंत में डाॅ देव चन्द्रा द्वारा मुख्य अतिथि का आभार प्रकट किया गया कि उन्हाेने अपने व्यस्ततम समय में से समय निकालकर हमारी योजनाओं को सुना और उसकी कमियों को दूर करने के लिए इस कार्यशाला के माध्यम से जानकारी साझा की । उन्होंने आगे कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि मैंम का सहयोग फाउंडेशन को आगे भी मिलता रहेगा । मैंम उन गिने चुने लोगों में से हैं जिन्हें पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के साथ महिला के विषयों पर चर्चा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है । आज इनको अपने बीच पाकर हम भी गौरवांवित है और इनके मार्ग दर्शन से आगे की ओजनाओं को बल मिलेगा ।