रिपोर्ट
शशिकान्त जायसवाल स्वतंत्र पत्रकार विजन
वाराणसी संवत 2080 विक्रमी माघ शुक्ल अष्टमी तदानुसार आज प्रातः 9 बजे से शंकराचार्य घाट पर शंकराचार्य गंगा सेवा न्यास के तत्वाधान में गठित सार्वभौम गंगा सेवा अभियानम की ओर से गणतन्त्र तिथि महोत्सव के शुभ अवसर पर परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्री: अविमुक्तेश्वरानन्द: सरस्वती “1008” जी महाराज के शुभाशीर्वाद एवं प्रेरणा से गंगा-तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया और भारतीय तिथि के अनुसार सैकड़ों की संख्या में उपस्थित सन्तो,भक्तों और वैदिक विद्यार्थियों ने गणतंत्र दिवस मनाया।
गंगा तिरंगा महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित स्वामी अखण्डानन्द जी महाराज के दण्डी संन्यासी शिष्य स्वामी प्रज्ञानानन्द जी महाराज ने कहा कि ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य जी महाराज सनातनधर्मियों को वैदिक व भारतीय परम्परा संस्कृति के अनुसार अपना हर त्योहार व पर्व मनाने हेतु प्रेरित कर रहे हैं ताकि सनातनधर्मी अपनी जड़ से जुड़े रहें।
महोत्सव का प्रारम्भ गणेश पूजन,ध्वज पूजन से हुआ जिसके अनन्तर ध्वजारोहण, राष्ट्रगान, राष्ट्र नदी गंगागान, वैदिक राष्ट्रमन्त्र,विद्यार्थियों द्वारा राष्ट्रध्वज नमन,पथ सञ्चलन,अतिथियों द्वारा आशीर्वचन,राष्ट्रगीत आदि कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। गंगा तिरंगा महोत्सव में विशिष्ट अथिति के रूप में उपस्थित वेदांताचार्य श्रीभगवान दास जी महाराज ने की जो समाज अपने परम्परा व संस्कृति से जुड़ कर नही चलता उसका विनाश हो जाता है। शङ्कराचार्य जी महाराज के नैष्ठिक ब्रह्मचारी शिष्य परमात्मानन्द जी ने कहा कि शास्त्र में कहीं भी अलग से भारत माता का वर्णन नहीं आता है। भारत माता कौन है कैसी दिखती है ऐसा कहीं भी वर्णन नहीं है।
वास्तव में गौ माता ही भारत माता हैं।
गौ कटती रहे और हम भारत माता की जय करे और गणतंत्र दिवस मनाए यह उचित नहीं है।
गौ माता के बिना भारत और सनातन धर्म की हम कल्पना ही नहीं कर सकते हैं। गंगा तिरंगा महोत्सव का संचालन करते हुए ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शङ्कराचार्य जी महाराज के मीडिया प्रभारी सजंय पाण्डेय ने कहा कि ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य जी महाराज कहते हैं कि हमलोगों के पूर्वजों ने अंग्रेजों से लड़कर राष्ट्र को आजाद कराया।अगर हम उन्ही अग्रजों के अंग्रेजी तिथि के अनुसार हम अपना त्योहार व पर्व मनाएंगे तो सच्चे अर्थों में हम खुद को आजाद नही कह सकते।
गंगा तिरंगा महोत्सव में आगन्तुकों को महोत्सव के प्रभारी ब्रह्मचारी परमात्मानन्द जी ने आभार ज्ञापित किया व सभी लोगों को शङ्कराचार्य जी महाराज का शुभाशीर्वाद प्राप्त हो ऐसी कामना की। गंगा तिरंगा महोत्सव की अध्यक्षता साध्वी पूर्णाम्बा दीदी ने किया। गंगा तिरंगा महोत्सव में प्रमुख रूप से सर्वश्री:-साध्वी शारदाम्बा दीदी,आचार्य रंजन शर्मा,आचार्य भूपेन्द्र मिश्रा,आचार्य अभिषेक दुबे,त्रिशूलधारी राकेश पाण्डेय,अमित तिवारी ,पं सदानन्द तिवारी,शिवकान्त मिश्रा,सुनील शुक्ला,आर्यन सुमन पाण्डेय सहित भारी संख्या में संत,भक्त और वैदिक विद्यार्थी उपस्थित थे।