मात्र 3 माह और 12 दिन में थानाध्यक्ष ने अपनी सफल कार्यशैली की छोड़ी छाप
विमल मिश्रा
स्वतंत्र पत्रकार विजन
लखीमपुर खीरी।
जिले में प्रथम महिला थानाध्यक्ष की पोस्टिंग का गौरव प्राप्त करने वाली निघासन कोतवाली में जब महिला उपनिरीक्षक श्रद्धा सिंह की तैनाती की गई थी तो सभी को उम्मीद थी कि वह यहाँ कम से कम एक साल का कार्यकाल जरूर पूरा करेंगी।लेकिन उन्हें अचानक 3 माह और 12 दिन बाद ही यहां से हटाकर नीमगांव थाने की बागडोर सौंप दी गयी है।अपने अल्प कार्यकाल में उन्होंने अपनी सफल कार्यशैली की छाप छोड़ी।उनके कार्यकाल में लगभग सब ठीक ठाक ही रहा।कस्बे में एक ज्वेलर्स के यहां हुई बड़ी चोरी को छोड़ दें तो आमतौर पर स्थिति संतोषजनक ही रही।इस चोरी का सफल खुलासा भी उनकी एक बड़ी उपलब्धि रही।
गत 27 सितम्बर 2023 को श्रद्धा सिंह को निघासन कोतवाली की बागडोर सौंपी गई थी।आधी आबादी के लिए यह गौरव का विशेष क्षण था।रविवार की देर रात जिले में हुए फेरबदल में उन्हें यहाँ से हटाकर अब नीमगांव थाने का थानाध्यक्ष बनाया गया है।वैसे तो इसे एक सामान्य तबादला समझा जा सकता है लेकिन मात्र 3 माह 12 दिन में ही उन्हें यहां से हटाया जाना चौंकाता भी है।माना जा रहा है कि अब दो नए थाने बन जाने के बाद निघासन थाने का एरिया भले ही पहले से काफी कम हो गया हो पर तहसील और ब्लाक मुख्यालय होने के साथ-साथ यहां मुंसिफ कोर्ट,टाउन एरिया,तीन डिग्री कालेज,कई इंटर कालेज,आधा दर्जन से भी ज्यादा बड़े बैंक और निघासन व बम्हनपुर में बड़ी मार्केट होने के कारण यह थाना अभी भी बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी वाला थाना माना जाता है।