रिपोर्ट गुड्डू यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर। करंडा ब्लॉक अंतर्गत कंपोजिट विद्यालय धरम्मरपुर में नियुक्त चर्चित प्रभारी प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक मंजीत बहादुर सिंह पर आखिरकार गाज गिर ही गई। शिक्षक मंजीत बहादुर सिंह को बीएसए हेमंत राव ने सस्पेंड कर दिया है। बीएसए के इस कार्यवाही से शिक्षा क्षेत्र करंडा के शिक्षको में हड़कंप मचा हुआ है।
मामला दरअसल कंपोजिट विद्यालय धरम्मरपुर में नियुक्त प्रभारी प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक मंजीत बहादुर सिंह ने सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट डालकर विभाग की छवि को धूमिल किया जो कि कर्मचारी आचरण नियमावली के विपरीत है लेकिन हैरानी कि बात तो यह है कि चर्चित शिक्षक विभागीय निरीक्षण में भी अनुपस्थित पाए गए और न ही तो निर्वाचन संबंधित महत्वपूर्ण कार्य में विभागीय आदेशों का अनुपालन नहीं कर रहा था। लेकिन आश्चर्य कि बात तो यह है कि शासन के निर्देश के क्रम में आयोजित संकुल बैठक में चर्चित शिक्षक के द्वारा व्यवधान उत्पन्न करते हुए शासकीय विभागीय कार्यों को प्रभावित किया जा रहा था। उच्चा अधिकारियों के द्वारा बार – बार नोटिस थमाने के बाद भी चर्चित शिक्षक द्वारा जबाब नहीं दिया जा रहा था तो जरा आप भी सोच सकते हैं इस चर्चित शिक्षक के बारे में ऐसे शिक्षक बच्चों को क्या शिक्षा देते होंगे।इन सारे बिंदुओं को देखते हुए बीएसए ने शिक्षक मंजीत बहादुर सिंह को सस्पेंड कर दिया है। आपको बता दें कि
कुछ महीना पहले टी.वी चैनल के स्थानीय पत्रकार ने शिक्षा क्षेत्र करंडा में विद्यालय न जाने वाले शिक्षकों की पोल खोल दिया था जिसको लेकर कथित भ्रष्टाचार में लिप्त तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी व दो चर्चित शिक्षको ने पत्रकार के ही खिलाफ शिकायत उच्च अधिकारियों से कर दिया था। जिसमें एक शिक्षक पर निलंबन की कार्यवाही हुई है।
इस संबंध में स्थानीय पत्रकार का कहना है कि लागातार कई ग्राम पंचायतो से शिकायत आती रहती है कि मास्टर साहब एक -एक सप्ताह विद्यालय नहीं आते हैं। स्थानीय क्षेत्र के कई ऐसे शिक्षक है जो विद्यालय बहुत कम पढ़ाने जाते हैं। अगर ऐसे शिक्षको की खबर के माध्यम से पोल खुलती हैं तो यह लोग यूनियन बनाकर उच्च अधिकारियों से शिकायत करने लगते हैं। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है मेरी लड़ाई सिर्फ भ्रष्टाचार से है। बीएसए के इस निलंबन की कार्यवाही का स्वागत करता हू।