रिपोर्ट रमेश पटेल
स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर। राम में आस्था न रखने संबंधित बयान से विवादों में घिरे लौटनराम निषाद को अगस्त 2020 में सपा पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। पदच्युत होने के बाद भी निषाद सामाजिक न्याय के मुद्दे पर मुखरता से आवाज उठाते रहे और सपा से बाहर रहकर भी हर मौके पर सपा के पक्ष में मजबूती से खङा हो जाते रहे।सपा से दूर होने के बाद भी सपा समर्थको के करीब रहे।सपा समर्थक पार्टी में ससम्मान वापस बुलाने की मांग सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से करते रहे। अंततोगत्वा सपा समर्थकों की बात मानकर अखिलेश यादव जी ने बुलाकर पार्टी में लौटनराम निषाद की पुनर्वापसी कराकर कहा कि अब लौटनराम मेरे साथ आ गये हैं और समाज को जगाने का काम करेंगे।प्रथम गाजीपुर आगमन पर लौटनराम निषाद का हंसराजपुर,गुरैनी,शादियाबाद आदि स्थानों पर स्वागत किया गया।सबसे पहले वे गुरैनी स्थित बाबा गंगाराम दास महाराज की समाधि पर माल्यार्पण कर नमन किया।उन्होंने कहा आर एस एस के इशारे पर भाजपा सरकार संविधान, लोकतंत्र को खत्म करने के षडयंत्र में जुटी हुई है,खुलकर ओबीसी,एससी,एसटी के आरक्षण कोटा की हकमारी की जा रही है।उन्होंने कहा कि संविधान,लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के संरक्षण के लिए सपा के साथ पिछड़ों, वंचितों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों को जोङने के लिए जुटना जरुरी है। हंसराजपुर व शादियाबाद में शिक्षक सभा के जिलाध्यक्ष कमलेश उर्फ भानू यादव,पूर्व प्रमुख धर्मदेव यादव,मो. ताहिर ,अनुराग यादव, राकेश यादव प्रधान, बब्लू चौहान प्रधान, रविप्रकाश यादव आदि ने स्वागत किया।