अमानीगंज अयोध्या
अमित सिंह की रिपोर्ट
खंडासा थाना क्षेत्र के एक गांव से डेढ़ वर्ष पूर्व अगवा की गई बहुचर्चित दलित नाबालिग बालिका को मुखबिर की सूचना व सर्विलांस सेल की मदद से पुलिस ने जहाँ शुक्रवार को बरामद कर लिया वहीं मामले में नामजद आरोपी पाराखानी गाँव निवासी अभियुक्त तेज बहादुर सिंह को उपनिरीक्षक राहुल यादव की टीम ने शनिवार सुबह लगभग बारह बजे गिरफ्तार कर लिया अभियुक्त पर यह मुकदमा अप्रैल 2022 में दर्ज किया गया था और तब से वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था
नाबालिग बालिका की बरामदगी के लिए भारतीय किसान यूनियन ‘भानु’ ने 38 दिनों तक धरना दिया जिसके बाद भी बालिका का सुराग न लगने पर नाबालिक की मां ने तिकोनिया पार्क अयोध्या में आमरण अनशन शुरू कर दिया। काफी मान मनौव्वल के बाद प्रशासन ने आमरण अनशन खत्म कराया था। नाबालिक की मां व किसान यूनियन भानु के पदाधिकारियों ने डीएम एसएसपी से लेकर सीएम तक के यहां बालिका के बरामदगी की गुहार की। वर्तमान थानाध्यक्ष मनोज कुमार एक टीम लेकर एक पखवाड़े भर दिल्ली सूरत व मुंबई में सुराग लगाते रहे। लेकिन बालिका का कोई सुराग नहीं लगा इस बीच पुलिस अपने काम में लगी रही, गुरुवार को अमानीगंज बाजार के पश्चिमी नाके से मुखबिर की सूचना पर बालिका को सकुशल बरामद कर लिया गया।हालांकि नाबालिक बालिका बरामदगी से पहले ही एक बच्चे की मां बन बैठी है।
18 अप्रैल 2022 को नाबालिक बालिका को गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा अगवा कर लिया गया था जिसकी सूचना पिता ने 27 अप्रैल को खंडासा पुलिस को दी थी। खंडासा पुलिस मुकदमे में दुष्कर्म, पाक्सो तथा एससी एसटी एक्ट की धारा बढ़ाकर आरोपी की तलाश कर रही थी पुलिस ने बालिका को कोर्ट में पेश कर उसका बयान दर्ज कराते हुए उसे उसके परिवार को सौंप दिया
और बालिका को बरामद करने के दूसरे ही दिन पुलिस ने पाराखानी गाँव से अभियुक्त तेज बहादुर को गिरफ्तार कर लिया पुलिस के अनुसार मुकदमे में अपहरण के साथ दुष्कर्म पाक्सो और एस सी एसटी जैसी गंभीर धाराओं को बढाते हुए अभियुक्त को न्यायालय भेज दिया गया है जहाँ से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया
थानाध्यक्ष खण्डासा मनोज कुमार यादव ने बताया कि बरामद अपहृता को न्यायालय में बयान के आधार पर परिवार को सौंप दिया गया है तथा अभियुक्त को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।