कमलेश यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन
संतकबीरनगर— जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां कलयुगी मां ने नवजात शिशु को अस्पताल के गेट पर छोड़कर फ़रार हो गई। एक तरफ बेटे और बेटियों में फर्क का आकलन अब नहीं किया जा रहा है तो वही अभी कुछ ऐसी मानसिकता के लोग हैं जो शायद बेटियों को अपनाना नहीं चाहते है। नवजात बेटी का शिशु अस्पताल के मुख्य गेट पर मिला। सुबह मॉर्निंग में अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी अस्पताल परिसर से मॉर्निंग वॉक के लिए निकल रहे थे तभी नवजात शिशु की चीख सुनते ही मौजूद लोगों ने देखा तो उसे अस्पताल की दाई को सुपुर्द किया अस्पताल के कर्मचारियों ने तमाम प्रयास किया कि आखिर इस बात की जानकारी की जाए कि यह बच्चा किसका है लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. सुरेश चंद्र ने इसकी जानकारी स्थानी पुलिस को दे दी नवजात शिशु का देखभाल सीएचसी अस्पताल की दाई कर रही है पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरे और लोगों से पूछताछ में जुटी हुई है। सीएससी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर सुरेश चंद्र की माने तो यह नवजात शिशु का 24 घंटे पहले जन्म हुआ है। लेकिन हैरान कर देने वाला यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। ऐसी कौन सी मां थी जो अपने कलेजे के टुकड़े को अपने से ही दूर कर रही है हालांकि यह इत्तेफाक था कि जब नवजात शिशु को अस्पताल परिसर के गेट पर छोड़ गया तो उसे समय आसपास कोई जानवर नहीं मौजूद था नहीं तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। वहीं पूरे मामले पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर व कर्मचारी और स्थानीय पुलिस जांच पड़ताल में डटी हुई है।