अमित सिंह की रिपोर्ट
अयोध्या में जिम्मेदारों की बड़ी लापरवाही सामने आयी है। जिला अस्पताल के महिला सर्जिकल वार्ड में एक वृद्धा की मौत हो गई। रविवार की दोपहर से भर्ती को करीब बीस घंटे तक कोई भी फिजीशियन उसके इलाज के लिए उसके पास तक नहीं पहुंचे। सोमवार की सुबह एआरटी सेंटर में तैनात एक चिकित्सक ने राउंड लिया तो उसे रेफर कर दिया। इस वृद्धा ने बेड पर ही दम तोड़ दिया। जिससे परिजन आक्रोशित हो गए। अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताते हुए शव लेकर रोते-बिलखते घर को रवाना हुए।
शहर के रामनगर निवासी परिजनों ने रविवार दोपहर 84 वर्षी संपूर्णा सिंह को बुखार के बाद तबीयत खराब होने के कारण भर्ती कराया था। रविवार को भी परिजनों को दो घंटे तक बेड के लिए भटकना पड़ा था। अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद उसे महिला सर्जिकल वार्ड में एक बेड बड़ी मुश्किल से मिला और करीब 01:25 बजे भर्ती किया गया।
इमरजेंसी से जो दवाएं ईएमओ ने लिखकर दे दी, उसे स्टाफ नर्सों ने चढ़ा दी, लेकिन इसके बाद एक भी फिजीशियन सायंकाल तक झांकने नहीं आया। रात को भी चिकित्सक के राउंड लेने के दौरान इलाज करने की आस में परिजन बैठे रहे, लेकिन रात भी गुजर गई कोई फिजीशियन नहीं आया। इस बीच मरीज की हालत बिगड़ने लगी तो उच्चाधिकारियों से संपर्क साधा गया। सोमवार की सुबह करीब दस बजे एआरटी सेंटर में तैनात डॉ आरपी राय राउंड लेने पहुंचे तो उन्होंने मरीज की हालत गंभीर बताकर रेफर कर दिया। मरीज बेटा नरेंद्र सिंह ने बताया कि बार-बार अनुरोध के बाद भी एक भी फिजीशियन करीब बीस घंटे तक देखने नहीं आया। चिकित्सकों की यह घोर लापरवाही है, उन पर जरूर कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रमुख अधीक्षक बृज कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है, लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ डॉक्टर छुट्टी पर है। जिसके कारण दिक्कतें हुई है।