रिपोर्ट कमलेश कुमार स्वतंत्र पत्रकार विजन
वाराण्सी। बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल की इमरजेंसी में बुधवार की देर रात दो महिला सहित पांच जूनियर डॉक्टरों को पीट दिया गया। घायल डॉक्टरों का ट्रॉमा सेंटर में प्राथमिक उपचार करके छात्रावास भेजा गया। इससे नाराज जूनियर डॉक्टरों ने हंगामा किया। वहीं, घटना से नाराज बीएचयू के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर बैठ गए हैं। जूनियर डॉक्टर, आईएमएस निदेशक कार्यालय पर कामकाज छोड़कर बैठ गए हैं। डॉक्टरों की तरफ से प्रॉक्टोरियल बोर्ड को तहरीर दी गई है। इसमें सरकारी कामकाज में बाधा डालने, मारपीट व तोड़फोड़ की बात लिखी है। बीएचयू अस्पताल के सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक में बुधवार की देर रात भूतल पर इमरजेंसी डॉक्टर इलाज में लगे थे। इसी बीच लिफ्ट से बीएचयू के कुछ छात्र इमरजेंसी में आए और अपने परिजन का इलाज जल्द कराने का दबाव बनाने लगे। इससे कहासुनी होने लगी। सुरक्षाकर्मियों ने शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। सुरक्षाकर्मियों से भी नोकझोंक होने लगी। आरोप है कि इमरजेंसी में इलाज कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने आपत्ति की और वहां मौजूद युवकों से बाहर जाने को कहा। इससे नाराज युवकों ने उनकी भी पिटाई शुरू कर दी। इससे दो महिला सहित पांचजूनियर डॉक्टर घायल हो गए। प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम सभी को ट्रॉमा सेंटर ले गई, जहां इमरजेंसी में उनका इलाज हुआ। इधर, घटना की जानकारी होते ही पुलिस भी पहुंच गई। फिलहाल मामला शांत है। उधर, लंका थाना प्रभारी निरीक्षक अश्वनी पांडेय ने बताया कि मारपीट की सूचना मिली है। मगर, किसी पक्ष से तहरीर नहीं आई है। सुरक्षा के लिहाज से टीम को परिसर में भेजा गया है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।