रिपोर्ट कमलेश कुमार स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर। इसरो का मिशन चंद्रयान-3 देश के साथ-साथ जिले के लिए भी खास है। वह इसलिए कि रेवतीपुर के वैज्ञानिक कमलेश शर्मा भी मिशन की टीम का हिस्सा हैं। यही वजह है कि जिले के लोग मोबाइल फोन व टेलीविजन चैनलों के जरिए चंद्रयान-3 की पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। जिले के रेवतीपुर गांव के तेजमल राय पट्टी के रहने वाले वैज्ञानिक कमलेश शर्मा बेंगलुरु में इसरो के मिशन चंद्रयान 3 लैंडिंग को चांद की सतह पर उतारने के लिए पूरी टीम के साथ लगे हुए हैं। कमलेश मंगलयान अभियान में प्राइम कंट्रोलर के रूप में अहम भूमिका निभा चुके हैं। वैज्ञानिक कमलेश शर्मा के पिता अधिवक्ता वेद प्रकाश शर्मा ने बताया कि कमलेश चंद्रयान 3 की रिव्यू टीम का हिस्सा है। देश के इस बड़े मिशन में बेटे के योगदान को लेकर उन्होंने खुशी भी जाहिर की है। जिले के रेवतीपुर गांव में सामान्य परिवार में 15 सितंबर 1986 को जन्मे कमलेश की प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई। हाईस्कूल और इंटर की शिक्षा आदर्श इंटर कालेज महुआबाग से ली। 12वीं में कमलेश ने पूरे जिले में टॉप किया था। इसके बाद की पढ़ाई लखनऊ यूनिवर्सिटी से हुई। साल 2008 में गणित से परास्नातक करने वाले कमलेश ने कुल 10 गोल्ड मेडल प्राप्त किए। जिससे उनका मेधावीपन साफ नजर आता है। अप्रैल 2010 में उन्होंने बतौर वैज्ञानिक इसरो से जुड़ गए।