रिपोर्ट
शशिकान्त जायसवाल स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर। सेवराई तहसील क्षेत्र के रेवतीपुर गांव के तेजमल राय पट्टी के रहने वाले वैज्ञानिक कमलेश राय इसरो में कार्यरत है।वह इस समय बेंगलुरु में इसरो के मिशन चंद्रयान 3 लैंडिंग, विक्रम को चांद की सतह पर उतारने के लिए पूरी टीम के साथ लगे हुए हैं। वह इसरो के और भी कई अहम प्रोजेक्ट के हिस्सा रहें है।चंद्रयान 3 लैंडिंग को अंजाम देने वाली टीम में कमलेश भी है। इस मिशन को सफल बनाने में क्षेत्रीय लोगों में हर्ष का माहौल व्याप्त है। लोग जगह जगह अपने घरों में टीवी ,मोबाइल से इस बात की जानकारी ले रहे हैं कि बुधवार की शाम सफल लैंडिंग को लेकर क्या कुछ इसरो से जानकारी साझा की जा रही है।स्थानीय लोगों में इस बात की खुशी है कि गाजीपुर जिले के कमलेश राय भी इस प्रोजेक्ट में अपना योगदान दे रहे हैं ।
मार्स ऑर्बिटर मिश, कार्टोसैट-1 ,ओशनसैट -2 ,हैमसैट, कार्टोसैट -2A , इंडिया और फ्रांस के ज्वाइंट वेंचर सेटेलाइट ,मेघा ट्रापिक -1 सेटेलाइट के प्रक्षेपण में कमलेश की अहम भूमिका रही है।कमलेश ने 2008 में लखनऊ विश्वविद्यालय से गणित में पोस्ट ग्रेजुएट किये थे। कमलेश की नियुक्ति 2010 में इसरो में मैथ एक्स्पर्ट के तौर पर हुई थी। उनके पिता वेदप्रकाश शर्मा पेशे से वकील है।
कमलेश की उपलब्धि को लेकर पूर्व ब्लाक प्रमुख मुकेश राय ने कहां की चंद्रयान 3 मिशन का अब तक का चरण सफल होने पर भारत विश्व का चौथा देश बन जाएगा। जिसमें गाजीपुर जिले के रेवतीपुर गांव के रहने वाले कमलेश राय की अहम भूमिका रहना , गर्व की बात है।भाजपा के जिला महामंत्री ओम प्रकाश राय ने कहा जिस तरह से कमलेश राय ने जिले का नाम रोशन कर रहे हैं। वह गर्व की बात है। वहीं ग्रामीण एक दूसरे को गले मिलकर मिठाई खिलाकर एक दूसरे को बधाई देते देखे गए। मिशन चंद्रयान 3 सफल होने की कामना के साथ कमलेश राय के परिजनों को बधाई दे रहे हैं।