रिपोर्ट गुड्डू यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन
वाराणसी। भारत का चंद्रयान-3 नया इतिहास रचने की दहलीज पर है। यान से अलग होकर लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ चला है । चंद्रमा पर इसकी सफल लैंडिंग की प्रार्थना करते हुए मंगलवार को पौराणिक काशी नगरी के सिंधिया घाट पर चंद्रयान-3 की तस्वीर लेकर नमामि गंगे के साथ महर्षि वेद विद्यालय के बटुकों ने भगवान भास्कर और मां गंगा की आरती उतारकर आशीर्वाद मांगा । दुग्धाभिषेक करके अंतरिक्ष यान की सफलता के लिए गुहार लगाई। भारत के वैज्ञानिकों के द्वारा विशिष्ट तकनीक से निर्मित चंद्रयान-3 अभियान को सफल बनाने के लिए बाबा काशी विश्वनाथ से याचना की । राष्ट्रध्वज के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच बटुकों ने सफल लैंडिंग के लिए आराधना की । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि भारत का चंद्रयान-3 मील का पत्थर तय करते हुए एक नया इतिहास रचने की दहलीज पर है। विक्रम लैंडर की सफलता के लिए हमने बटुकों के साथ बाबा विश्वनाथ, भगवान भास्कर और मां गंगा से गुहार लगाई है । बताया कि अब तक अमेरिका रूस और चीन ने ही चंद्रमा की सतह पर अपने लैंडर उतारे हैं ।विक्रम के चांद की सतह पर उतरने के साथ ही भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महर्षि वेद विद्यालय के आचार्य पं० राकेश मिश्र, महानगर सहसंयोजक सारिका गुप्ता, पंकज अग्रहरि, महर्षि वेद विद्यालय के प्रभारी सुनील श्रीवास्तव, श्रीमंत सांई एवं सैकड़ो की संख्या में बटुक शामिल रहे ।