ब्यूरो रिपोर्ट गाज़ीपुर
गाजीपुर। सदर कोतवाली थाना अंतर्गत पिछले दिनों ग्राम सभा बीकापुर में एक लड़की के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास के मामले में एक नया मोड़ दिखा, पीड़ित महिला सबिता यादव का कहना है कि 17 जुलाई 2023 को गांव के रामविलास यादव के मनबढ पुत्र जो मेरे घर में करीब 9:30 रात्रि को आकर घर में सो रही, बिटिया के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। इस शोर शराबा को सुन कर मां बीच-बचाव करने आई। तो उनको और उनके परिवार को रामविलास यादव का पूरा परिवार मिलकर मारने पीटने लगा। जिसकी सूचना 112 नंबर पर दी गई। सूचना पाकर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची। और मामले का संज्ञान लिया। लेकिन इस प्रकरण में कारवाई करने के बजाय पीड़ित महिला और उसके परिवार के ऊपर पुलिस प्रशासन द्वारा समझौते का दबाव बनाए जाने लगा। जिससे उक्त समय पीड़ित महिला सविता यादव को पुलिस से उचित सहायता न मिलने से घबरा गई, और अपनी शिकायत पोर्टल के माध्यम से पुलिस अधीक्षक गाजीपुर, मा. मुख्यमंत्री जी व जिला अधिकारी के नाम से शिकायत की। तब जाकर सदर कोतवाली पुलिस हरकत में आई और 19 जुलाई को मुकदमा दर्ज कर विधिक करवाई करना प्रारंभ की। पीड़ित की सुनवाई करने के बाद पुलिस प्रशासन ने मजिस्ट्रेट के सामने लड़की का बयान भी कराया। लड़की के बयान कराने के बाद पुलिस प्रशासन नियमानुसार विवेचना अधिकारी नियुक्त किया। बताया जाता है कि विवेचना अधिकारी कामेश्वर त्रिपाठी बीकापुर के रामविलास यादव से मिलीभगत कर या पैसे के झांसे में आकर पीड़ित महिला सविता देवी को बार-बार परेशान करने लगे। और कहने लगे कि तुम इस मुकदमे को वापस ले लो, नहीं तो तुम्हारे भी ऊपर मुकदमा होगा। सविता यादव जिससे बहुत डरी सहमी हुई थी कि इसी बीच 13 अगस्त की रात्रि में करीब 2:00 पुलिस मय फोर्स जाकर सविता देवी के घर से उन्हें बिन सूचना दिए उठा ली। उठा कर सदर कोतवाली लेकर आई। बताया गया की पीड़िता ने अपने घर पर अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के दृष्टिकोण से सीसी टीवी कैमरा भी अभी हाल ही मे लगवाया था। इस प्रकरण का आवश्यकता अनुसार फुटेज भी सुरक्षित रखा गया है। पुलिस द्वारा पीड़ित महिला को उठाने की जानकारी रिश्तेदारों को हुई, तो कोतवाली पहुच कर पुलिस प्रशासन से सवाल जवाब किया, तो कामेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि इनके ऊपर भी मुकदमा है। अब सवाल उठता है कि मुकदमे में अगर किसी पीड़ित महिला का नाम आयेगा, तो पुलिस रात्रि में उठाने का काम करेगी? और होना भी चाहिए। जब इसकी जानकारी मीडिया को हुई, तो इस प्रकरण का जबाब कोतवाल तेज बहादुर सिंह से जानना चाहा, तो कोतवाल ने कहा कि हमारे यहां ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं आया है कि रात में किसी औरत और बच्ची को थाने में लाया गया हो। मीडिया के सामने विवेचना अधिकारी कामेश्वर त्रिपाठी को जब सदर कोतवाल तेज बहादुर सिंह ने बुलाकर पूछा तब मामले की पूरी जानकारी कोलवाल को हुई। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए कोतवाल ने विवेचना अधिकारी कामेश्वर त्रिपाठी को कहा कि तत्काल महिला और बच्ची को छोड़िए और जांच करके जो भी दोषी हो उनके ऊपर विधिक कार्रवाई सुनिश्चित करिए।