विजय कुमार प्रजापति
स्वतंत्र पत्रकार विजन
जनपद गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन परिसर में बनाए गए पार्किग में बसों को नहीं खड़ा किया जा रहा है। सड़कों पर बेतरतीब तरीके पूर्वी तड़पती रोड को कब्जा कर उसी पर पशुओं को खड़ा कर दिया जाता पश्चिमी रोड से आना जाना बसों का लगा रहता है रेलवे स्टेशन स्थित गोरखपुर डिपो के सामने अक्सर जाम लगने के चलते प्रशासन काफी परेशान है। स्टेशन को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए सड़कों को दो भागों में बाटकर डिवाइडर बनाए गए। साथ ही कई अभियान भी चलाए गए।
गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन छोटा है। ऐसे में रोडवेज के अलावा अनुबंधित बसों की संख्या काफी है। कई बार प्रशासनिक अधिकारियों के आदेश पर रोडवेज प्रशासन ने ठोस कदम उठाएं साथ ही नोटिस भी जारी की गई। इसके बाद भी व्यवस्था नहीं सुधर सकी।
इसके बावजूद भी बसे स्टेशन पर पहुंच रही है। जिसकी वजह से जाम की समस्या बनी हुई है।
रेलवे बस स्टेशन रोड पर रोडवेज बस आड़े तिरछी खड़ी करने से अक्सर जाम से जूझना पड़ता है। कई बार तो रास्ता बदलकर शहर में प्रवेश करना होता है। इसके चलते काफी परेशानी होती है
जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए प्रशासन कार्रवाई करती है मगर कुछ दिन के बाद यह बेअसर साबित होता है। आए दिन रोडवेज बस स्टेशन पर जाम की समस्या बनी रहती है। रोडवेज चालक-परिचालक बसों को सड़क पर ही खड़ी कर सवारी भरते हैं। जिससे आम लोगों को दिक्कत होती है।
जाम इतना अधिक रहता है कि रेलवे स्टेशन जाने के लिए रास्ता बदलना पड़ता है। थोड़ा भी लेट हुआ तो टेन छूट जाए। रोडवेज प्रशासन कार्रवाई का असर नहीं दिखता है। सवारी भरने के चक्कर में लोग जाम में घंटों बीत जाते हैं। गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन परिसर में बसों को खड़ा करने के लिए पर्याप्त जगह है लेकिन बसों को अंदर नहीं खड़ा किया जाता है। चालक परिचालक सड़क पर ही बसों को खड़ी कर पैसेंजर्स बैठाते हैं। जिसके चलते घंटों जाम लग जाने से राहगीरों को दिक्कत होती है। इसका सुधि लेने के लिए कोई जिम्मेदार कारगर कदम नहीं उठा रहा जिसका खामियाजा आम जनमानस भुगत रही।