रिपोर्ट रमेश पटेल
स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर। बरसात के मौसम में संक्रामक बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया हैं। मेडिकल कॉलेज के अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन उपचार कराने 50 से 60 मरीज पहुंच रहे हैं। हालांकि राहत की बात तो यह है कि मलेरिया और डेंगू के मरीजों की संख्या वर्तमान समय में संख्या शून्य है
इधर कोविड संक्रमण काल के दौरान स्थापित फीवर डेस्क अभी तक सक्रिय नहीं किया गया है। ऐसे में मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। अस्पतालों में उपचार के लिए बेड सुरक्षित करने के साथ डाक्टरों को दिशा-निर्देश भी जारी किया गया है, जिससे मरीजों को किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े।बरसात के मौसम में डेंगू, मलेरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में शासन के निर्देश पर संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा का संचालन हो रहा है। इस अभियान के तहत लोगों को जागरूक करने के साथ आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर पहुंच कर बुखार से पीड़ित मरीजों की सूची भी तैयार कर रही हैं।
हालांकि डेंगू, मलेरिया के मामले तो सामने नहीं आए हैं, लेकिन अस्पतालों की ओपीडी में वायरल बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। प्रतिदिन उपचार के लिए आए रहे मरीज में अभी तक एक भी मरीज वार्ड में भर्ती नहीं हुए हैं। हालांकि की वायरल बुखार के बढ़ रहे मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए अस्पताल प्रशासन ने डाक्टरों को निर्देश दिया है।