Home » विकासखंड रेवतीपुर स्वास्थ्य प्रभारी के लापरवाही से अन्हारीपुर स्थित आरोग्य मंदिर खुद बीमार…
Responsive Ad Your Ad Alt Text

विकासखंड रेवतीपुर स्वास्थ्य प्रभारी के लापरवाही से अन्हारीपुर स्थित आरोग्य मंदिर खुद बीमार…

स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव

गाजीपुर। जिले के रेवतीपुर ब्लाक के अंतर्गत ग्राम सभा सोनवल , नूरतपुरा, खजुहा, सुगवालिया, अन्हारीपुर समेत आधा दर्जन ग्राम पंचायतो में लगभग चौदह हजार आबादी का क्षेत्र है। अन्हारीपुर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर में आज कल ताला लटक रहा है जिससे डॉक्टर सहित स्वास्थ्य सेवाएं नदारत है। परेशान मरीज इधर-उधर चक्कर काटने को मजबूर है।
मोदी सरकार गरीबों के उत्थान के लिए तमाम योजनाएं संचालित करने का दावा करती रही है ऐसी एक योजना आयुष्मान भारत है जिसका शुभारंभ वर्ष 2018 में हुआ था। इस योजना में लोगों को पांच लाख तक के मुफ्त इलाज का प्रावधान है। इसी योजना का नाम बदलकर आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य मुख्यमंत्री योजना कर दिया गया है। इसी के तहत संचालित आयुष्मान भारत स्वस्थ और कल्याण केन्द्रों का नाम बदलकर आरोग्य परम धनम आयुष्मान मंदिर कर दिया गया। इस मंदिर में पुजारी नहीं बल्कि डॉक्टर होते हैं जो गरीबों का मुफ्त में इलाज करते हैं। लेकिन इसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र के पड़ोसी जनपद गाजीपुर के रेवतीपुर विकासखंड के अंतर्गत अन्हारीपुर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर मंगलवार को ताला बंद मिला। वही गंदगी का अंबार देखने को मिला। वहीं के क्षेत्रपंचायत सदस्य ने बताया कि इस आरोग्य मंदिर पर कई महीनो स्वास्थ्य विभाग के एक भी कर्मचारी की उपस्थित नहीं हो रही है। कई महीनो से नदारत है।मरीज परेशान होकर इधर-उधर भटकते रहते हैं। रेवतीपुर ब्लाक के स्वास्थ्य प्रभारी को कई बार अवगत भी कराया गया लेकिन प्रभारी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा। आज के समय में भी गांव के लोगों को इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है। यहां पर तैनात कर्मचारी स्वास्थ्य केन्द्र पर कई महीनो से नहीं पहुंचे रहे। जिससे उपचार के लिए लोग बिना दवा लिए ही वापस लौटना पड़ रहा है । गांव के ही रहने वाली मीरा देवी ने बताया कि उनको सर्दी से परेशानी हो गई है। सांस की दिक्कत हो रही है। यहां पर दिखाने आए थे। लेकिन ताला लगा होने से वह भी निराश होकर वापस लौट गई। 17 दिसंबर मंगलवार को दोपहर तक अस्पताल का ताला नहीं खुला। चिकित्सक नदारद रहे। अलग-अलग गांव के लोग इलाज के लिए गेट खुलने का इंतजार करते दिखे।

Responsive Ad Your Ad Alt Text

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Responsive Ad Your Ad Alt Text