स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव
गाजीपुर। जनरल लॉर्ड कार्नवालिस का मकबरा शहर गाजीपुर में स्थित है। यह मकबरा एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारक है जिसे देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक आते हैं। यह स्मारक भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तहत एक संरक्षित स्मारक है। यह मकबरा एक बेहतरीन प्रशासक और ब्रिटिश सेना के विजयी कमांडर-इन-चीफ जनरल लॉर्ड कार्नवालिस की याद में बनाया गया था। मकबरे में एक गुंबद है जो गंगा नदी को देखने वाले एक ऊँचे गोलाकार मंच पर 12 स्तंभों द्वारा समर्थित है। गुंबद को सेना की टोपी और फूलों की आकृति से सजाया गया है। केंद्रीय दफन कक्ष सफेद संगमरमर से बना है और इसमें लॉर्ड कार्नवालिस की प्रतिमा है जिसके दोनों ओर एक हिंदू और एक मुस्लिम व्यक्ति शोक की मुद्रा में दिखाया गया है। इस चौकोर उभरी हुई संरचना के नीचे अंग्रेजी में एक समाधि-लेख है। इस संरचना के दूसरी ओर एक यूरोपीय और एक देशी सैनिक को श्रद्धांजलि देते हुए दिखाया गया है जिसके नीचे उर्दू में एक शिलालेख है। दो मंजिला प्रवेश द्वारों पर भाले, धनुष-बाण, तलवारें और उल्टी तोपें खूबसूरती से बनी हुई हैं, जो इसकी सुंदरता में चार चांद लगाती हैं।
जनरल लॉर्ड कार्नवालिस मकबरा शहर गाजीपुर में स्थित है। जिसमें ऑनलाइन टिकट जानकारी
भारतीय आगंतुक:
कुल ₹ 20
₹ 20 – एएसआई द्वारा प्रवेश शुल्क के रूप में और ₹ 0 – एडीआई द्वारा टोल टैक्स के रूप में
विदेशी आगंतुक:
कुल ₹ 250
₹ 250 – एएसआई द्वारा प्रवेश शुल्क के रूप में और ₹ 0 – एडीआई द्वारा टोल टैक्स के रूप में
सार्क आगंतुक:
कुल ₹ 20
₹ 20 – एएसआई द्वारा प्रवेश शुल्क के रूप में और ₹ 0 – एडीआई द्वारा टोल टैक्स के रूप में
बिम्सटेक आगंतुक:
कुल ₹ 20
₹ 20 – एएसआई द्वारा प्रवेश शुल्क के रूप में और ₹ 0 – एडीआई द्वारा टोल टैक्स के रूप में लिया जाता है।
वहीं जनरल लार्ड कार्नवालिस मकबरा पर अमित सिंह, विकास सिंन्हा एमटीएस कर्मचारी धनउगाही का अड्डा बना लिया है। इन लॉर्ड कॉर्नवालिस मकबरा ऑनलाइन प्रवेश शुल्क के आड़ में लोगों की जेब काटी जा रही है। लॉर्ड कॉर्नवालिस मकबरा में यह धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। खास बात यह है कि ऑनलाइन शुल्क से ज्यादा नगद ₹25 प्रति व्यक्ति लेने के बावजूद किसी भी आगंतुक को रसीद नहीं दिया जाता है। जब इसकी जानकारी विभागीय सूत्रों से मिली तो पत्रकारों ने 18 नवंबर 2024 सोमवार कोक् शाम लगभग तीन – बजे के आसपास लॉर्ड कॉर्नवालिस मकबरा के अंदर प्रवेश किया।
पत्रकारों को प्रवेश करते ही कर्मचारियों में अफरा तफरी मच गई। मकबरा एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारक को देखने के लिए दूर-दूर से आए दर्जनों आगंतुकों को से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पेमेंट न लेकर प्रति व्यक्ति से 25-25 रुपया नगद लिया गया है। जिसका वीडियो पत्रकारों के कैमरे में सुरक्षित कैद हो गया। जब इसकी जानकारी पत्रकारों ने इंचार्ज से लेना चाहा तो वह मौके पर नहीं मिले। मोबाइल पर संपर्क साधा गया तो उन्होंने बताया कि प्रवेश शुल्क ऑनलाइन ही लिया जाता है। मौके पर देखा गया तो इंचार्ज के कुर्सी पर बैठे एमटीएस के कर्मचारी अमित सिंह व विकास सिंन्हा कुछ भी बोलने से छुपी साधे हुए हैं।