स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव
गाजीपुर। शहरी क्षेत्र के चमक दमक के बीच अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की ओर से छठ पर्व से पूर्व घाटों का निरीक्षण करते है. साथ ही सरकारी स्तर पर घाटों की साफ-सफाई भी करायी जाती है. पर ग्रामीण क्षेत्रों के घाटों की साफ-सफाई उस तरह से नहीं होती है. ग्रामीण क्षेत्र से मिली जानकारी के अनुसार सदर ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत बिराईच में छठ घाट है. यह छठ घाट गंदगी से भरा पड़ा हुआ है. ऐसा लगता है कि गंदगी के बीच छठव्रती भगवान भास्कर को अर्घ देंगे. स्थानीय प्रशासन की ओर से छठ घाट की साफ-सफाई को लेकर कोई पहल नहीं की गयी है. ऐसे में प्रशासन की ओर से अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गयी है और न ही ऐसे अति संवेदनशील पोखर में किसी प्रकार की कोई सुविधाजनक व्यवस्था की जा रही है. यहां आज तक किसी साल निरीक्षण कर औपचारिकता पूरी नहीं होती है. सक्षम छठव्रती अपने स्तर से छठ घाट की सफाई करते रहे है. प्रशासनिक स्तर से साफ सफाई नहीं किया जाता है. ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में यह लगता है कि प्रशासनिक कुनबा शहर में छठ घाट की सफाई कराने में जुटी हुई है. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों की उपेक्षा को लेकर लोगों में नाराजगी है. पंचायत सचिव एवं गांव का मुखिया भी इस मामले में पूरी तरह से उदासीन दिखते है. जोकि मुखिया द्वारा स्थानीय प्रशासन को प्रमुख छठ घाटों की साफ-सफाई कराने को लेकर प्रस्ताव जिला प्रशासन के पास भेजना चाहिए. बताया जाता है कि बिराईच ग्राम पंचायत में एक छठ घाट है जो बड़े स्तर का है. जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं व छठव्रती छठ के पूजा अर्चना के लिए पहुंचते है. प्रशासनिक स्तर से कोई साफ सफाई न होने पर स्थानीय लोगों ने छठ घाट की स्वयं सफाई करने पर बल दिया।