स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव
गाजीपुर। पशुपालन विभाग में बहुद्देशीय वाहनों के चालकों के वेतन से सेवा प्रदाता कंपनी द्वारा मनमाने ढंग से 4 महीने से वेतन रोकने तथा सात वर्षों से पीएफ ना देने का मामला सामने आया है। वाहन चालकों ने उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की है।डीएम के निर्देश पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (सीवीओ) ने संस्था को दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। हैरानी की बात यह है कि करीब 4 महीने से वेतन तथा 7 वर्षों से पीएफ से मनमाने ढंग से रोकी जा रही हैं, लेकिन अधिकारी आंख मूंदकर इनके वेतन प्रमाणपत्र संबंधी दस्तावेजों पर अपनी मुहर लगा रहे थे। अब मामले के सुर्खियों में आने के बाद विभागीय अधिकारी व कर्मचारी परेशान हैं।जिले में पशुपालन विभाग में बहुद्देशीय योजना में प्रत्येक ब्लॉक में एकमबीस हेल्पलाइन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से वाहन चालक उपलब्ध कराए जा रहे हैं। लिमिटेड द्वारा चालकों को कम वेतन देने का मामला सामने आया है। इस संंबंध में गाजीपुर जनपद के सोलह ब्लॉक के वाहन चालकों ने संबंधित अधिकारी से शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि उनके वेतन से पीएफ व ईएसआई की कटौती नहीं की जा रही है। अन्य जिलों की अपेक्षा गाजीपुर जिले में कंपनी द्वारा लगभग 7500 रुपये वेतन दिया जा रहा है। करीब दो साल से यही धनराशि वेतन के रूप में चालकों को दी जा रही है। हैरानी की बात यह है कि शासन की ओर से बेसिक वेतन 11,743 रुपये निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही 1527 रुपये पीएफ व 382 रुपये ईएसआई की कटौती करने के भी आदेश हैं। बिना इनकी कटौती के वेतन संबंधी दस्तावेजों पर प्रतिमाह अधिकारी भी आंख मूंदकर मुहर लगा रहे हैं। मामला सुर्खियों में आने के बाद अब संबंधित अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है ।
वाहन चालकों को 4 महीने से वेतन तथा 7 महीने से ईपीएफ नही दिया जा रहा है, संबंधित कंपनी से इस संबंध में जवाब मांगा जा रहा है। सुरेंद्र ब्लॉक सदर , राकेश कुमार ब्लॉक बिरनो , आलोक सिंह यादव ब्लॉक जखनिया, संदीप राय ब्लॉक भावरकोल, आशुतोष यादव ब्लॉक जमानिया, उमेश चंद्र यादव ब्लॉक बाराचवर, आशुतोष शर्मा ब्लॉक रेवतीपुर, संदीप शर्मा ब्लॉक भदौरा, जियाफत हक ब्लॉक करंडा, बलदायू जहाय ब्लॉक कासिमाबाद, बेचन यादव ब्लॉक मरदह, श्याम नारायण राजभर ब्लॉक मनिहारी, दिनेश चौरसिया ब्लाक सादात, प्रमोद यादव ब्लॉक सैदपुर, सत्य प्रकाश ब्लॉक देवकली, धर्मेंद्र कुशवाहा ब्लाक मोहम्मदाबाद, ने इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से इस विषय पर जानकारी लेना चाहे तो उन्होंने कुछ बताने से छुपी साधे हुए हैं।