स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव
गाजीपुर । जिले में आज नेहरू युवा केंद्र गाज़ीपुर, माय भारत के अंतर्गत मादक पदार्थों के सेवन के विरुद्ध नशा मुक्ति पर एक दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज गाजीपुर के प्रांगण में सरिता अग्रवाल अध्यक्ष नगर पालिका परिषद गाजीपुर एवं अन्य मंचासीन अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया । मुख्य अतिथि सरिता अग्रवाल ने कहा कि नशा आज देश की ज्वलंत समस्या है सयह युवा पीढ़ी को लगातार अपने आगोश में ले रही है सबच्चे अपने माता-पिता से सीखते हैं ।माता-पिता को भी अपनी जिम्मेदारियां को समझना होगा। उन्हें स्वयं आगे आकर इस बुराई को दूर करने में सहायक सिद्ध होना होगा । माय भारत के युवाओं द्वारा जिला अस्पताल में चले शैक्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन भी किया ।उन्होंने कहा कि स्वस्थ होना अपने आप में अमूल्य धन है। स्वच्छता भी बहुत आवश्यक है । नेहरू युवा केंद्र के उपनिदेशक कपिल देव ने सभी का स्वागत किया तथा विषय प्रवर्तन किया।रवि चौरसिया नशा मुक्ति कंट्रोलर ने नशा के दुष्परिणामों पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा प्रतिभागियों के विचार भी लिए ।गौरव कुमार गिरी साइको थैरेपिस्ट ने कहा कि नशा कर रहे व्यक्ति का समाज में सम्मान घट जाता है। यदि वह सही बात भी कहे तो लोग उसको महत्व नहीं देते है ।वह अपने परिवार की अवनति का कारक बनता है ।माय भारत के नोडल अधिकारी डाव यू विग्नेश ने कहा कि युवाओं को नशा से बचाने के लिए सभी को आगे आना होगा ।उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केंद्र के युवाओं द्वारा एक माह तक अस्पताल में सेवाएं देने से मरीजों के उपचार में काफी मदद मिली सइस अवसर पर प्रतिभागियों ने भी अनुभव अपना अनुभव साझा किया मेरा युवा भारत प्लेटफार्म पर युवाओं के पंजीकरण में तकनीकी विशेषज्ञ अमन कुमार का विशेष योगदान रहा जिसमें ऑनलाइन प्लेटफार्म पर टास्क असाइनमेंट, रिपोर्टिंग सहित अन्य प्रक्रियाओं को पूरा कर युवाओं को डिजिटल सर्टिफिकेट भी जारी कराया। अध्यक्षीय संबोधन में महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज के उप प्रधानाचार्य प्रोफेसर डॉ नीरज पांडे ने कहा कि कोई भी देश युवाओं के बल पर ही प्रगति कर सकता है। उनकी सोच पर ही भारत का भविष्य निर्भर होगा ।इस कार्यक्रम को सफ़लीभूत करने में संजय राजभर सुसुंडी एवं कालीचरण चौहान जिला युवा पुरस्कार विजेता को सम्मानित किया गया ।कार्यक्रम का संचालन लेखा एवं कार्यक्रम सहायक सुभाष चंद्र प्रसाद ने किया । अंत में सभी के प्रति आयुष्मान भारत के डीसी रजनीश वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।