स्वतंत्र पत्रकार विज़न
गुड्डू यादव
गाजीपुर। जनपद में एक ऐसा गांव जहां सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास की रफ्तार गांव में पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दे रही है। मनिहारी विकासखंड के चकमहताब ग्राम सभा में लगभग दो सौ से ढाई सौ वोटरों का गांव सलेमपुर है। जहां ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव में सरकार द्वारा कोई योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हाल ही में गांव के बीचो-बीच बज बजाती हुई नालियों की शिकायत कई बार ग्राम प्रधान से की गई लेकिन उन्होंने ग्रामीणों की एक नहीं सुनी एक कहावत आप लोगों ने सुना होगा की मरता क्या नहीं करता। इसके बाद थक हार कर गांव के ग्रामीणों द्वारा चंदा इकट्ठा कर कर प्रधान द्वारा दी गई पाईप को एक किलो मीटर दूर से ले आकर नाली में लगवाने का काम किया गया। इतना ही नहीं मनरेगा मजदूर को भी नहीं भेजा गया पाईप लगाने के लिए। ग्रामीणों में प्रधान को लेकर काफी आक्रोश बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि मुझे ऐसे ग्राम प्रधानों की कोई जरूरत नहीं है। जो जनता के किसी भी काम को अस्वीकार करें। हमें ऐसे प्रधानों की जरूरत है जो सरकार से ग्राम सभा में विकास छीन कर ले आए और ग्राम सभा का भरपूर विकास करें।
कभी आवास को लेकर तो कभी ग्राम सभा में बना सचिवालय को लेकर तो कभी सफाई कर्मियों को लेकर तो कभी मनरेगा मजदूरों को लेकर विवादों में रहता है। सूत्रों की माने तो यह ग्राम सभा भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबने से विवादों में ही घिरा रहता है। आपको बता दें कि ग्राम प्रधान अखिलेश कुमार से मीडिया द्वारा वार्ता किया गया तो ग्राम प्रधान ने बताया कि मैंने जो कार्य 70 सालों में नहीं हुआ था वह कार्य मैंने अपने ग्राम सभा में किया है। जिसका जिता जागता प्रमाण है।
उन्होंने बताया कि ब्राह्मणों के घर तक आने-जाने के लिए कोई व्यवस्था नहीं था मैंने ब्राह्मणों के घर तक खड़ंजा लगाकर आने-जाने का रास्ता बनाया। उन्होंने बताया कि गांव के कुछ लोग चुनावी मामले को लेकर गलत आरोप लगाते हैं जो सरासर गलत है। मैं बाजवजाती नालियों के लिए पाइप का व्यवस्था करवा कर पाइप जगह-जगह गिरवाया है जहां जरूरत है उस हिसाब से मैंने उसे पाइप को गिरवाया है।
जो लोग आरोप लगा रहे है कि 3 साल का कार्यकाल बीत गया लेकिन इस गांव में कोई कार्य सही ढंग से नहीं हुआ। ये आप सरासर गलत है।