स्वतंत्र पत्रकार विजन
रिपोर्ट कमलेश कुमार
गाजीपुर – जनपद मे बाढ की विभिषिका को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। बाढ प्रभावित क्षेत्रो मे अधिकारी लगातार भ्रणमशील होते हुए आमजन से सम्पर्क स्थापित करते हुए सुरक्षा के दृष्टिगत उन्हे सचेत किया जा रहा है। जिस क्रम मे आज जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने तहसील सेवराई अन्तर्गत विकास खण्ड रेवतीपुर के विभिन्न बाढ प्रभावित गॉवो का स्थलीय निरीक्षण कर वहां के लोगो से स्थिति की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने आज विकास खण्ड रेवतीपुर के बाढ प्रभावित गॉव अठहठा, नसीरपुर, हसनपुरा एवं बिरऊपुर का स्थलीय निरीक्षण किया एवं वहा के ग्रामीणो से वार्ता कर उनकी समस्याओ से अवगत हुयी। जिलाधिकारी ने ग्राम हसनपुरा मे निरीक्षण के दौरान पाया कि गॉव की कनेक्टिविटी बाढ के कारण प्रभावित हुई है लोग कच्चे मार्ग से आवागमन कर रहे है जिसपर जिलाधिकारी ने तत्काल वहॉ दो नाव आवागमन हेतु लगाने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने बताया कि गंगा का जलस्तर 63.4 मीटर है जो खतरा बिन्दू 63.1 मीटर से 03 सेन्टीमीटर उपर चल रही है। बाढ के दृष्टिगत सम्बन्धित अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया गया है। जनपद के बाढ प्रभावित तहसीलो के एस डी एम से लगातार सम्पर्क स्थापित कर क्षेत्रो की स्थिति की जानकारी ली जा रही है। उन्होने बताया कि बाढ की स्थिति को देखते हुए जनपद के 11 बाढ शरणालयो को क्रियाशील किया गया है जिस पर एक नोडल अधिकारी के रूप मे नायब तहसीलदार की टीम, मेडिकल टीम, पशु चिकित्साधिकारी की टीम व अन्य सम्बन्धित कर्मचारियो की टीम 24 घण्टे क्रियाशील रहते हुए बाढ प्रभावित गॉव पर नजर बनाये हुए है। उन्होने बताया बाढ का पानी अभी आबादी तक नही आया है ,आस पास के खेतो तक ही पानी लगा हैं। लोग अपने-अपने घरो मे ही है आवश्यकता पड़ने पर प्रभावित लोगो मे आवश्यक सामग्री पहुचायी जा रही है। जनपद स्तर पर कलेक्ट्रेट स्थिति जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मे बाढ कन्ट्रोल रूम नं0- 05482224041, 1077, 9454417103 स्थापित किया गया है जो 24 घण्टे क्रियाशील रहेगा। जिस पर बाढ से सम्बन्धित किसी प्रकार की समस्याओ से अवगत करा सकते है। तत्पश्चात उन्होने नेहरू विद्यापीठ इण्टर कालेज रेवतीपुर मे बनाये गये बाढ शरणालय का स्थलीयन निरीक्षण कर वहा की क्रियाशीलता एवं व्यवस्था की जानकारी ली तथा शरणालय मे शरण लिये बाढ प्रभावित लोगो से उनके स्वास्थ्य एवं खान पान की जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ के बढते स्थिति को देखते हुए जनपद मे 44 बाढ़ शरणालय चिन्हित किये गयें है जिसमे 11 बाढ शरणालय केन्द्र क्रियाशील है जिसमें तहसील सदर के अन्तर्गत श्री नृसिंह दामोदर पूरी जू०हा० दीनापुर, आदर्श बाढ शरणालय इण्टर कालेज करण्डा, आदर्श बाढ़ शरणालय इण्टर कालेज गोसन्देपुर, आदर्श बाढ़ शरणालय राममूरत महिला महाविद्यालय बड़सरा, तहसील मुहम्मदाबाद के अन्तर्गत सेमरा प्राथमिक विद्यालय, तहसील जमानियां के अन्तर्गत शिवपूजन इण्टर कालेज मलसा, तहसील सैदपुर के अन्तर्गत जसवन्त राय स्मारक इण्टर कालेज गोरखा, तहसील सेवराई के अन्तर्गत नेहरू विद्यापीठ इण्टर कालेज रेवतीपुर क्रियाशील किये गये हैं। जल स्तर बढ़ने पर आवश्यकतानुसार और भी शरणालय क्रियाशील किया जायेगा। वर्तमान समय में बाढ़ के पानी से कोई भी तटवर्ती आबादी वाला गांव प्रभावित नहीं है। जनपद स्तरीय और तहसील स्तरीय बाढ़ कन्ट्रोल रूम क्रियाशील है। मौके पर उपजिलाधिकारी सेवराई संजय यादव, तहसीलदार सेवराई,क्षेत्राधिकारी, सम्बन्धित लेखपाल, सचिव एवं अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।