दुर्गेश मूर्तिकार
सिद्धार्थनगर जनपद के बांसी । नगर पालिका द्वारा संचालित कान्हा गौशाले में लगातार मर रही गोवंशो को बिना किसी प्रक्रिया के जेसीबी द्वारा उठाकर राप्ती नदी के तट , हाईटेक श्मशान घाट, मलंग बाबा के स्थान, सीएचसी बसंतपुर सहित अन्य स्थानों पर दफनाने का मामला सामने आया है । गौशाले से संबंधित अधिकारी जब निरीक्षण करने आते हैं तो सब कुछ ठीक दिखा दिया जाता है परन्तु स्थिति जस की तस बनी रहती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गौशाला में चारा पानी और दवा के अभाव में बड़ी संख्या में गौवंशी पशु मर जाते हैं और सुबह सुबह जेसीबी पर लाद कर उन्हें तयशुदा स्थानों पर दफन कर दिया जा रहा है
रविवार को विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष अमर प्रत्यूष, हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र द्विवेदी और अन्य लोग कान्हा गौशाले पर गौवंशियो को चारा खिलाने गए। बड़ी देर तक बाहर खड़े और आवाज देने के पश्चात जब कान्हा गौशाले का दरवाजा खुला तो अंदर सड़े हुए भूसे के बीच 03 से 05 गोवंशीय मरे नजर आए वहीं 01 बीमार दिख रहा था। नाद में सूखा सड़ा भूसा, हरे चारे के नाम पर कुछ भी मौजूद नही था। विहिप के गोरक्ष सह प्रांत मंत्री शगुण जी ने अंदर जाकर देखा तो स्थिति की गंभीरता नजर आई। उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद ऐसी कृत्यों का घोर आलोचना करता है उन्होंने जिम्मेदारों से कहा कि स्थिति में सुधार कर लें गंभीर परिणाम झेलनी पड़ेगी। नदी के किनारे दफन किए गए गौवंशी के बारे में उन्होंने कहा कि जांच जरूरी है। सोशल मीडिया पर खबर चलने के बाद एडीएम और बांसी तहसीलदार राघवेन्द्र पांडेय ने गौशाले का निरीक्षण किया गया। उन्होंने कहा कि मरी हुई गाय नहीं मिली। बीमार गौवंशीय थे मैं अपने आख्या में व्यवस्था सुधारने के लिए लिख रहा हूं। सड़े हुए भूसे के बारे में कहा कि कुछ कमियां तो हैं ही मैंने निर्देशित कर दिया है । चारा खिलाने प्रमोद कुमार हिंदू, धर्मेंद्र श्रीवास्तव संतोष अग्रहरि, राहुल अग्रहरि के अलावा विहिप व हिजाम के अन्य लोग उपस्थित रहे।