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गाजीपुर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी लाखों रुपये से बनी सड़क :आनन-फानन में कार्य के लोकार्पण करने का लगा शिलापट्ट

रिपोर्ट गुड्डू यादव
स्वतंत्र पत्रकार विजन

गाजीपुर। इन दिनों भ्रष्टाचार किस तरह से किया जा सकता है। इसका जनपद में एक और उदाहरण देखने को मिल रहा है। जो जिला अधिकारी कार्यालय से चन्द दूरी पर है। इसको शहर की सबसे चौड़ी सड़कों में गिना जाना स्वाभाविक सी बात है। जो करीब 10 दिन पहले बनकर तैयार हुई, लेकिन इस सड़क पर तारकोल में मिलाकर गिट्टिया इस कदर बिछाई गई कि उसे मुट्ठी में भी बटोरी जा रही हैं। अफीम फैक्ट्री के बगल से महुआबाग शिव मंदिर से ददरी घाट मेन रोड तक आवागमन के लिए खोली गई। नई सड़क बनाने का निर्णय वर्ष 2022 में मिल गया। इसके लिए नगर पालिका से ई-टेंडर निकाला गया। 15वां वित अनुदान के तहत इस कार्य के लिए लगभग 16 लाख रुपए के बजट तय किया गया। इस माह अचानक इस काम को आनन फानन में करने का निर्णय भी ले लिया गया। ठेकेदार ने मानक को दरकिनार कर रातों-रात काम करके सड़क तैयार कर दिया। जिसे देखने के बाद लोग इस सड़क को शहर की सबसे चौड़ी सड़क में से एक मानने को विवस हो रहे हैं। लेकिन अब इस सड़क की स्थिति यह हो गई है की गितियां उखड़नी शुरू हो गई हैं। यही नहीं कोई चाहे तो पैरों और हाथों से गिट्टियों को बेटर सकता है। लोग इसके लिए ठेकेदार से लेकर सरकार तक को जिम्मेदार बता रहे हैं। साथ ही सवाल भी खड़ा कर रहे हैं।
बदहाल भ्रष्टाचार की परवान चढ़ी सड़क कितने लागत से बनाई गई है। इसको छुपाने की कोशिश की गई, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि काम पूरा करने के बाद आनन-फानन में कार्य के लोकार्पण करने का शिलापट्ट भी लगवा दिया गया। जिसमें 15वां वित अनुदान के तहत कार्य करने का उल्लेख किया गया है लेकिन कितनी लागत से कम हुआ, कब से कब तक कार्य चला कब पूर्ण हुआ, और किस दिन इसका लोकार्पण हुआ, का जिक्र नहीं किया गया, हालांकि शिलापट पर नगर पालिका अध्यक्ष सरिता अग्रवाल के हाथों लोकार्पण पर करने की बात लिखी गई है। लेकिन लोकार्पण कार्यक्रम की अध्यक्षता सभासद शनि चौरसिया से कराई गई है। यही नहीं अधिशासी अधिकारी नवीन श्रीवास्तव, सहायक अभियंता खुर्शीद अहमद और अभियंता विवेक कुमार बिंद का नाम भी अंकित कर दिया गया है। हकीकत में पता करने पर जानकारी हुई कि केवल शिलापट लाकर लगवा दिया गया है।
जब मीडिया प्रतिनिधि ने नवीन श्रीवास्तव अधिशासी अधिकारी नगर पालिका गाजीपुर से इस विषय में जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि मैं ऑफिस नहीं हूं घर पर आज हूं। छुट्टी के दिन कुछ नहीं बता पाऊंगा, ऑफिस जाऊंगा तब देखकर बताऊंगा।
इसके बाद सरिता अग्रवाल अध्यक्ष नगर पालिका गाजीपुर ने बताया कि ठंड अधिक थी। उसे समय ठेकेदार ने काम करवाया, उस समय काम नहीं करना चाहिए था। अभी काम भी पूरा नहीं हुआ था, हालांकि ईओ के माध्यम से ठेकेदार को नोटिस भेजी गई है वह इस काम को फिर से करवाएगा।
इस मामले में जिलाधिकारी ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है इसकी जांच कराई जाएगी जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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