Home » डीएम ने लगाई फटकार, 26 जनवरी के पश्चात निराश्रित पशुओ के द्वारा हुई घटना/दुर्घटना तो सम्बन्धित अधिकारी होंगे निलंबित
Responsive Ad Your Ad Alt Text

डीएम ने लगाई फटकार, 26 जनवरी के पश्चात निराश्रित पशुओ के द्वारा हुई घटना/दुर्घटना तो सम्बन्धित अधिकारी होंगे निलंबित

रिपोर्ट

शशिकान्त जायसवाल स्वतंत्र पत्रकार विजन

गाजीपुर। निराश्रित गोवंश संरक्षण विशेष अभियान 01 नवम्बर से 31 दिसम्बर, 2023 तक अभियान के अन्तर्गत पशुपालन विभाग द्वारा संचालित निराश्रित 4000 गोवंशीय पशुओं को पकड़ कर गोआश्रय स्थल में रखने का अभियान की समीक्षा की गयी। जनपद स्तरीय अर्न्तविभागीय बैठक जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार गाजीपुर में सम्पन्न हुआ। बैठक में निर्धारित तिथि तक लक्ष्य के सापेक्ष निराश्रित पशु संरक्षित न किये जानेे पर अधिकारियों को फटकार लगाते हुए 26 जनवरी 2024 तक प्रत्येक दशा में निराश्रित पशुओ को संरक्षित कर प्रमाण पत्र देने का निर्देश दिया । समीक्षा बैठक मे जिलाधिकारी ने विकास खण्डवार संरक्षित पशुओ की जानकारी ली जिसमें अधिकतर विकासखण्डो द्वारा लक्ष्य नही पूरा किया गया था जिस पर नाराजगी व्यक्त की। नगर पालिका परिषद गाजीपुर द्वारा अभियान के दौरान मात्र 21 पशु संरक्षित करने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए अधीशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद गाजीपुर का वेतन रोकने का निर्देश दिया । उन्होने सख्त निर्देश दिया कि 26 जनवरी के पश्चात कोई भी निराश्रित अवस्था में विचरण करते पाये जाते है तो सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही प्रस्तावित होगी। निराश्रित पशुओ के द्वारा यदि कोई भी घटना दुर्घटना होती है तो सम्बन्धित अधिकारी निलंबित होगे। उन्होने प्रत्येक विकास खण्डो में बनाये जा रहे अस्थाई गो-आश्रय स्थल को 10 दिनो के अन्दर मजदूरो की संख्या बढाते हुए पूरा कराने का निर्देश दिया। उन्होने पशुओ को ठण्ड से बचाव हेतु आश्रय स्थल पर अलाव की व्यवस्था, चारा ,पानी, टीन सेड व तिरपाल से सुरक्षित करने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि पशु आश्रय स्थल पर केयर टेकर एवं आस पास हरे चारे की व्यवस्था अवश्य की जाये। गोबर के निस्तारण हेतु मनरेगा से वर्मी कम्पोस्ट पिट बनाया जाये। जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने क्षेत्र में वास्तविक छुट्टा गोवंशीय पशुओं की अभियान चयलाकर संरक्षित किया जाय। अभियान की समाप्ति पर इस आशय का प्रमाण पत्र देना होगा कि अब क्षेत्र में कोई भी गोवंशीय पशु नही है। इस अभियान में सभी पशु चिकित्साधिकारी भी सक्रिय सहयोग करते हुए पशुओं का संरक्षण के साथ-साथ उनके इलाज, टीकाकरण, टैगिंग का शत-प्रतिशत कार्य पूरा करायें।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त पशुचिकित्साधिकारी एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

Responsive Ad Your Ad Alt Text

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Responsive Ad Your Ad Alt Text