रिपोर्टर मुकेश सिंह
स्वतंत्र पत्रकार विजन
दुबहर, बलिया। परोपकार से बढ़कर कोई उत्तम कर्म नहीं हो सकता। सेवा और मदद की भावना ही वास्तव में मनुष्य को मनुष्य बनाती है। इसी को आधार मानकर नगवा निवासी सामाजिक चिंतक बब्बन विद्यार्थी ने पूर्व मंत्री स्वर्गीय विक्रमादित्य पांडेय की स्मृति में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी रविवार को अखार ढाला स्थित पंजाब नेशनल बैंक के पास इस कड़ाके की ठंड में निराश्रित एवं गरीब महिलाओं को गर्म वूलेन शाॅल ओढ़ाया। कहा कि परोपकार एवं जरूरतमंदों की सेवा करना मानव जीवन का सबसे बड़ा धर्म है। परोपकार ही सच्ची मानवता है। किसी की सेवा और मदद करने में अलौकिक आनंद की प्राप्ति होती है और यही अलौकिक आनंद ही जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इस मौके पर विश्वनाथ पांडेय, केके पाठक, रणजीत सिंह,कुलदीप दुबे, अन्नपूर्णानन्द तिवारी,डॉ सुरेश चंद्र प्रसाद, राकेश यादव, पन्नालाल गुप्ता, धीरज यादव, नितेश पाठक, अश्विनी ठाकुर विजय प्रकाश गुप्ता आदि मौजूद रहे।