विमल मिश्रा
स्वतंत्र पत्रकार विजन
लखीमपुर – खीरी।
थाना निघासन अब भले ही छोटा थाना है पर जिले में पहली बार महिला उपनिरीक्षक श्रद्धा सिंह की इस थाने में थानाध्यक्ष के रूप में तैनाती होने से उनके ऊपर जिम्मेदारी बहुत बड़ी है।सभी को उम्मीद है कि वह अपनी इस बड़ी जिम्मेदारी का पूरी ऊर्जा,ईमानदारी और दायित्व बोध के साथ निर्वहन करेंगी।
बता दें कि कभी निघासन थाना जिले के बड़े थानों में शुमार था।सीमावर्ती इस थाने में पोस्टिंग पाने में सुखद अहसास होता था।अब इस थाने का विभाजन हो चुका है।कुछ समय पहले तक इसी थाने की पुलिस चौकी रही पढुआ को थाने का दर्जा मिलने के बाद निघासन थाने का एक बड़ा हिस्सा पढुआ थाने में शामिल हो गया है।बात यहीं तक सीमित नहीं रही।पलिया कोतवाली के अंतर्गत आने वाली मझगईं पुलिस चौकी को थाने का दर्जा मिला तो निघासन थाने की बम्हनपुर, दौलतापुर,धर्मापुर,बौधियाकलां,छेदुईपतिया,गंगाबेहड़,खैरहना, मुर्गहा और बल्लीपुर आदि नौ ग्राम सभाएं मझगईं थाने में चली गईं।जिस कारण निघासन थाने का एरिया अब पहले से काफी कम हो गया है।लेकिन अब जिस तरह से निघासन थाने की बागडोर एक महिला को दी गयी है वह अपने आपमें एक बड़ी बात।शासन की मंशा को अमलीजामा पहनाते हुए पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साहा ने कुछ दिन पहले ही महिला उपनिरीक्षक श्रद्धा सिंह को निघासन थानाध्यक्ष के रूप में पोस्टिंग दी है।उन्होंने यहाँ अपना कार्यभार भी संभाल लिया है।थाना भले ही छोटा है पर जिम्मेदारी बहुत बड़ी है।जिस अपेक्षा के साथ उन्हें यह दायित्व दिया गया है उसे उन्हें पूरा करना है।साथ ही अपनी कार्यशैली से एक आदर्श भी स्थापित करना है।फरियादी के साथ सम्मानजनक व्यवहार हो,उसे न्याय मिले।सभी को विश्वास है कि शासन की अपेक्षाओं पर वह पूरी तरह से खरी उतरेंगी।