रिपोर्टर मुकेश सिंह
स्वतंत्र पत्रकार विजन
बैरिया बलिया। भाजपा अनुसूचित जन जति मोर्चा के प्रदेश मंत्री तारकेश्वर गोंड़ के नेतृत्व ने द्वाबा क्षेत्र के सैकड़ो की संख्या में सजातीय बंधुओ के साथ सोमवार को पुनः तहसील परिसर में धरना पर बैठेंगे। गोंड़ जति का प्रमाण पत्र बैरिया तहसील में जारी नही किये जाने से गोंड़ बिरादरी खासा नाराज दिखे। प्रदेश मंत्री ने तहसीलदार बैरिया श्रवण कुमार के ढुलमुल रवैया से क्षुब्ध होकर मुझे पुनः अपने ही सरकार में धरना प्रदर्शन व आमरण अनशन पर बैठेंगे। उक्त आशय की जानकारी देते हुये अनुसूचित जन जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री तारकेश्वर गोंड़ ने बताया कि पिछले सप्ताह हम लोगों ने गोंड़ जाति के सर्टिफिकेट जारी कराने वक लिये अल्टीमेटम देने के साथ तहसील परिसर में धरना पर बैठे थे। उक्त धरना स्थल पर पहुंचे उप जिलाधिकारी बैरिया आत्रेय मिश्र ने पहले तो जनपद में धारा 144 लागू होने का हवाला देकर हमे हटाने का प्रयास किया। परंतु क्षेत्रीय गोंड़ समाज इस धमकी से थोड़ा भी विचलित नही हुआ। गोंड़ समाज भी प्रशासन से दो दो हाथ करने व अपनी मांग से पीछे नही हटने की हुंकार भर दी। मामले को संभालते व यूं टर्न लेते हुए उपजिलाधिकारी ने धरना स्थल पर गोंड़ समाज के लोगो से वार्ता किया। अनुसूचित जनजाति समाज के प्रदेश मंत्री तारकेश्वर ने उपजिलाधिकारी से सीधे संवाद करते हुये कहा कि भारत सरकार के गाइड लाइन के बावजूद गोंड़ समाज को अनुसूचित जनजाति का जाती प्रमाणपत्र बनाने में हीलाहवाली करना यह क्षम्य नही होगा। इस जाति के लोगो को अधिकारी खैरात में यह सर्टिफिकेट नही देते है। नियमावली में संशोधन कर इस जाति को अनुसूचित जाति का दर्जा को अल्टीमेटम भी दे दिया है।भारत सरकार के गाइड लाइन के तहत बैरिया तहसील में गोंड़ जाति का अनुसूचित जन जति का सर्टिफिकेट जारी पूर्व के तहसीलदारों द्वारा जारी किया जाता रहा है। अनुसूचित जन जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री ने वर्तमान तहसीलदार की ढुलमुल नीति व रिश्वत में भारी भरकम फीस नही दिए जाने से गोंड़ जाति को जाति प्रमाणपत्र जारी नही किया जा रहा है। वर्तमान तहसीलदार के कार्यकाल में लगभग आधा दर्जन लोगों का गोंड़ जाति का अनुसूचित जनजाति का प्रमाणपत्र जारी करने के लिये दस से पंद्रह हजार रुपये लेकर उनका सर्टिफिकेट जारी किया गया। प्रदेश मंत्री ने सवाल किया कि ऐसे लोग जिसका तहसीलदार बैरिया द्वारा भारी भरकम फीस लेकर अनुसूचित जन जाति का सर्टिफिकेट जारी किया गया वह किसी अन्य प्रदेश के गोंड़ थे जिसे अपने दूरबीन लगाकर देख लिया कि नही ये वास्तव में गोंड़ ही है। ऐसे ही अधिकारी भाजपा की प्रदेश व केंद्र की सरकार को बदनाम कर रहे हैं। भाजपा सरकार की जीरो टारलेन्स की नीति को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाया। उपजिलाधिकारी ने धरना स्थल पर तहसीलदार श्रवण कुमार से गोंड़ जाति का सर्टिफिकेट नियमानुसार जारी करने की बात कही। जिस पर तहसीलदार ने 48 घंटे का मोहलत मांगा। कहा कि हाईकोर्ट से कोई कागजात आना है उसके बाद उसी के आधार पर गोंड़ जाति का अनुसूचित जनजाति का सर्टिफिकेट जारी होने शुरू हो जायेगा। परंतु एक सप्ताह बीतने के बाद भी एक भी गोंड़ जाति का सर्टिफिकेट तहसीलदार द्वारा जारी नही किया गया। प्रदेश मंत्री तारकेश्वर गोंड़ ने गोंड़ समाज के लोगो से आग्रह किया है कि आप सभी स्वजातीय बंधु अधिक से अधिक संख्या में बैरिया तहसील में पहुंचकर हमारे हक पर डांका डालने वाले भ्रष्ट व जुल्मी तहसीलदार को केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत गोंड़ जाति का सर्टिफिकेट जारी करने तक के लिये बैरिया तहसील में घेरा डालो डेरा डालो के तहत विशाल धरना प्रदर्शन किया जायेगा। इनसेट- इस सम्बन्ध में तहसीलदार बैरिया सुदर्शन कुमार से पूछे जाने पर बताया कि क्षेत्रीय लेखपालों से मिले आवेदनों पर जांच आख्या मांगा गया है। जांचोपरांत नियमानुसार जाति प्रमाणपत्र जारी किया जायेगा। कुछ तथाकथित बिचौलियों की वजह से आयेदिन विवाद बढ़ रहा है। दर्जनों लोगों से उक्त सर्टिफिकेट बनवाने के नाम पर ऐसे लोग मोटी रकम लेकर तहसील में थोक में फ़ाइल लेकर घूम रहे हैं। ऐसे लोगों की दुकान मेरे रहते नही चल पायेगा।