रिपोर्ट
शशिकान्त जायसवाल स्वतंत्र पत्रकार विजन
गाजीपुर – ज्योति मौर्या व आलोक मौर्या का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि एक दूसरा मामला सामने आया है। हालांकि, यह उससे थोड़ा उल्टा है।दरअसल, गाजीपुर के कासिमाबाद में खजुहा गांव की एक महिला ने अपने अधिकारी पति पर उसे छोड़ने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि जब उसका पति नौकरी की तैयारी कर रहा था तो उसने एनजीओ व स्कूल में काम करके उसे पैसे देकर पढ़ाया और उसकी मदद की, लेकिन उसके पति ने अब धोखा दे दिया।पति ने दूसरी शादी करने का मन बनाया है। उसकी एक दो साल की बेटी है और एक पांच माह का बच्चा गर्भ में पल रहा है।डुमरांव उर्फ भटवलिया की शाजिदा उर्फ रिया यादव पत्नी धीरेंद्र कुमार यादव ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाई है। उसने बताया है कि धीरेंद्र कुमार यादव से 15 नवंबर 2017 को मऊ के बनदेवी मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार उसका विवाह हुआ। वह एनजीओ में काम करके पांच हजार रुपये महीना कमाती थी और प्राइवेट विद्यालय में 2500 रुपये मासिक पर कार्य करती थी। धीरेंद्र की पढ़ाई में कोई बाधा ना आए इसलिए उसने कई बार पैसा भेजा।इसी बीच वर्ष 2019 में धीरेंद्र सिंचाई विभाग में जेई बन गया। वर्ष 2021 में मिर्जापुर सिंचाई खंड-6 में अवर अभियंता के पद पर नियुक्त हुए। यहां वह अपनी सास के साथ किराए के मकान में रहती थी। 17 सितंबर 2021 को उसने एक बेटी को जन्म दिया। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था। दूसरा बच्चा भी उसके गर्भ में पांच माह से पल रहा है। धीरेंद्र और उनके परिवार वाले उसे 18 अगस्त को डुमराव उर्फ भटवलिया ले आए और उसी दिन शाम को तीन बजे पंचायत के बहाने उसे घर से निकालने लगे। विरोध करने पर सभी ने मारपीट की। आरोप लगाया कि अब वह दस लाख रुपये दहेज मांग रहे हैं और नहीं देने पर दूसरी शादी करने की धमकी दे रहे हैं। दोनों के साथ रहने के उसके पास काफी फोटोग्राफ व वीडियो भी हैं। उधर, धीरेंद्र यादव ने बताया कि साजिदा के लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद है। वह व उसके परिवार वाले मेरे यहां मजदूरी करते थे तो वह कैसे धन देकर मुझे पढ़ा लिखा व तैयारी करा सकती है। वह उसकी पत्नी नहीं है।